देहरादून : बेबी रानी मौर्य की उत्तराखंड के राज्यपाल पद से विदाई हो गई है और रि. लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को राज्यपाल नियुक्त किया है। वहीं राज्यपाल की विदाई के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत भाजपा पर हमला वर हो गए हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर हमला किया। हरीश रावत ने राजनीतिक कारणों से राज्यपाल की राज्य विदाई होने का आरोप लगाया है। हरीश रावत ने सिर्फ सोशल मीडिया ही नहीं बल्कि कांग्रेस भवन में मीडिया से बात करते हुए भी सरकार पर हमला किया।
हरीश रावत का हमला
हरीश रावत ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्यपाल का पद अपने आप में एक सांविधानिक संस्था होता है और इस संस्था की गरिमा बची रहनी चाहिए। कहा कि राज्य में जिस तरह से अचानक राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की विदाई हुई, यह बदलाव जिन परिस्थितियों में हुआ, वह ठीक नहीं था। भाजपा के ही सूत्र बता रहे हैं कि राज्य सरकार और राजभवन के बीच कुछ खटपट चल रही थी। अब वह सरकार को अप्रिय तथ्य की तरह खटकने लगीं थीं। लेकिन जो कुछ हुआ, इससे राज्य में राज्यपाल जैसी संस्था की निष्पक्षता खतरे में आई है।
केंद्र भाजपा और आरएसएस के लोगों को सांविधानिक पदों पर बैठा रही है-हरदा
हरीश रावत ने कहा कि केंद्र जिस तरह से भाजपा और आरएसएस के लोगों को सांविधानिक पदों पर बैठा रही है, उससे इन संस्थाओं की निष्पक्षता कितनी बची रह पाएगी, यह कहना मुश्किल है। हरीश रावत ने कहा कि नए राज्यपाल सैन्य पृष्ठभूमि से हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि वह राजभवन की निष्पक्षता और पवित्रता को बनाए रखेंगे और इस संस्था को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देंगे।
हरदा की फेसबुक पोस्ट
हरीश रावत ने फेसबुक पर लिखा कि फर्जीवाड़ा भाजपा की नियति बन गई है। आदरणीय पूर्व गवर्नर श्रीमती बेबी रानी मौर्य जी के अचानक इस्तीफे के बाद मुक्त विश्वविद्यालय में की भर्तियों में हुआ घोटाला, बहुत चर्चा में आ गया है। शासन में कौन सा जिम्मेदार व्यक्ति है, जिसने यह घोटाला करवाया है ! और जिसके लिए गवर्नर की बलि ली गई है, बड़े खोज का विषय है।