चमोली : सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है जिसमे चमोली डीएम स्वाति भदौरिया पर होमगार्ड पर बेवजह अत्याचार करने का आऱोप लगाया जा रहा है। होमगार्ड का वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है लेकिन अब इन खबरों को पढ़कर खुद डीएम स्वाति भदौरिया सामने आईं हैं और उन्होंने अपनी एक वीडियो जारी कर मामला साफ किया है कि आखिर बात क्या थी।
बता दें कि स्वाति भदौरिया पर आरोप है कि लॉकडाउन के दौरान उनके बेटे को होमगार्ड ने पार्क में प्रवेश करने से रोका तो डीएम ने होमगार्ड को निलंबित करने के आदेश दिए। होमगार्ड की वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। वहीं इन खबरों के प्रकाशित होने के बाद अब डीएम ने इस मामले की सच्चाई बताई है।
वीडियो में बताया जा रहा है कि यह लाॅकडाउन के दौरान की घटना है जबकि यह घटना 5 अप्रैल 2021 से पहले की है उस समय कोई लाॅकडाउन नही था। होमगार्ड को इसका लिखित आदेश में 5 अप्रैल की तिथि अंकित है, जबकि पूरे राज्य में 9 मई को कोविड कर्फ्यू लगा था। डीएम ने बताया कि होमगार्ड को एक बच्चे को पीटने के आरोप में निलंबित किया गया है। वो बच्चा उनका नहीं था। लोगों की शिकायत पर किसी बच्चे को पार्क में जाने से रोकने और पीट कर भगाने के मामले में होमगार्ड के खिलाफ कार्रवाई की गई। डीेएम ने कहा कि किसी भी बच्चे की हिफाजत करना हमारा फर्ज है और इसी के तहत होमगार्ड पर कार्रवाई की गई है। डीएम ने कहा कि उनके खिलाफ भ्रामक खबरें प्रकाशित की जा रही है वो भी बिना उनके वर्जन के। तीन महीने बाद सोशल मीडिया में इसको तथ्यहीन व गलत तरीके से प्रचारित कराना जानबूझकर जिला प्रशासन की छवि को खराब करना है।