देहरादून : रानीपोखरी में एक बार फिर से वैकल्पिक मार्ग बह गया। अधिकारियों ने सीएम के आदेश को हल्के में लिया और जल्दबाजी में ऐसा वैकल्पिक मार्ग बनाया जो कुछ ही दिनों में फिर से बह गया। इससे लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि उन्हें अब घूमकर नेपाली फार्म से जाना पड़ेगा। पहले ही पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। एक बार फिर से सीएम का आदेश ताक पर रखकर काम किया गया।
बता दें कि आज 21 सितंबर को रानीपोखरी का पुल एक बार फिर से दावे के साथ बह गया। आपको बता दें कि जब जाखन पुल टूटा था तब सीएम ने अधिकारियों के साथ टूटे पुल का निरीक्षण किया था और वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा वैकल्पिक मार्ग बनाया गया लेकिन वो कुछ दिनों बाद ही बह गया। फिर दोबारा इस मार्ग को लोगों के लिए बनाया गया लेकिन बता दें कि बारिश के कारण आज 21 सितंबर को एक बार फिर से रानीपोखरी पुल टूट गया है. इसके बाद हरीश रावत से लेकर आप नेता कर्नल कोठियाल मौके पर पहुंचे थे और पुल का निरीक्षण किया था।
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विभाग द्वारा वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई थी मगर वह वैकल्पिक मार्ग आज दूसरी बार गया है। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग जान जोखिम में डाल कर नदी को पार कर रहे हैं। कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। हो सकता है पानी का तेज बहाव आ जाए लेकिन लोग करें तो क्या करे। आपको बता दें कि वैकल्पिक मार्ग टूट जाने के बाद लोगों का वहां जमावड़ा लग गया। लोग सरकार को और अधिकारियों को कोसते नजर आए।
बता दें कि रानीपोखरी का पुल टूटने का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद बार दो बार निरीक्षण किया। मगर आज तक पुल बनाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी जो आज दूसरी बार बह गया है। जिससे हर दिन हजारों की संख्या में इस सड़क से गुजरने वाले लोग परेशान हैं।
आपको बता दें कि आप नेता कर्नल अजय कोठियाल ने सरकार से अनुरोध किया था कि वह उस टूटे हुए पुल को मात्र 48 घंटे में बनाकर तैयार कर देंगे। लेकिन सरकार ने उनकी बात सुनने के बजाय नदी में ऐसा वैकल्पिक मार्ग बनाया जो लगातार तीसरी बार बह चुका है। जिस प्रकार से सरकार काम कर रही है उससे नहीं लगता कि पुल जल्दी बनकर यहां से प्रतिदिन गुजरने वाले हजारों लोगों को राहत मिलेगी।