उत्तरकाशी : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज बुधवार को उत्तरकाशी दौरे पर हैं जहां सीएम ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। बता दें कि 12 बजे सीएम पुष्कर सिंह धामी मातली हैलीपेड पहुंचे और कार से माण्डो गांव रवाना हुए. मांडो गांव पहुंचकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जनपद प्रभारी गणेश जोशी और डीएम मयूर दिक्षित समेत एसपी मणिकांत मिश्रा भी मौजूद रहे। सीएम के गांव में पहुंचने पर लोग भावुक हो गए। भावुक होकर लोगों ने सीएम से मदद मांगी। सीएम ने सभी की समस्याओं को सुना और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
मृतकों के परिजनों को दी सीएम ने सांत्वना
आपको बता दें कि मांडो गांव पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी और मंत्री ने पीड़ित ग्रामीणों से मुलाकात की और ग्रामीणों की मांग पर माण्डो गांव के विस्थापन की प्रक्रिया शुरू करने के डीएम मयूर दिक्षित को निर्देश दिए। सीएम ने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी और हरसंभव मदद का भरोसा दिया। वहीं इसके बाद सीएम कंकराड़ी गांव के लिए रवाना होंगे और आपदा प्रभावित गांव का निरीक्षण कर लोगों की समस्याओं को सुनेंगे।
मांडो और कंकराड़ी गांव में बादल फटने से मची थी भारी तबाही, 3 की हुई थी मौत
आपको बता दें कि दो दिन पहले मांडो औऱ कंकराड़ी गांव में बादल फटने से भारी तबाही मच गई थी। इस हादसे में मां बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 2 महिलाएं और एक बच्ची थी। दोनों महिलाएं देवरानी जेठानी थीं। जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली की रितू अपनी 6 साल की बेटी और पति के साथ 15 दिन पहले ही गांव आई थी जो की पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनीयर थी। रितू के पति भी सॉफ्टवेयर इंजीनीयर हैं। रितू घर से ही ऑफिस का काम निपटा रही थी लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि गांव में मौत उनका और उनकी बेटी का इंतजार कर रही है। इस हादसे से गांव वालों में दहशत हैं।दोनों गांव के लोग दहशत में जी रहे हैं। आज सीएम उनके गांव पहुंचे तो लोगों की आंखें भर आई। लोगों ने सीएम से गांव विस्थापन की मांग की। सीएम ने लोगों की मांग पर डीएम को गांव विस्थापन की प्रक्रिया शुरु करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारियों को दिए सीएम ने ये निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि तहसील और जिला स्तर की समस्याएं शासन में आई तो इसके लिए संबंधित जिले का अधिकारी जवाबदेह होगा। सीएम ने कहा कि आमजन को अपनी समस्या के समाधान के लिए परेशान नहीं होना चाहिए। जनहित के कार्यों में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। तहसील स्तर की समस्या का समाधान तहसील में और जिला स्तर की समस्या का समाधान जिलों में हो। यदि जिला स्तर की शिकायत शासन में आएगी तो संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी इसके लिए जवाबदेह होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि तहसीलों और जिलों में कोई पेंडेंसी नहीं होनी चाहिए। जीरो पेंडेसी सरकार का मूल मंत्र है। मुख्यमंत्री मंगलवार को सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से प्रदेश में अतिवृष्टि और आपदा प्रबंधन की समीक्षा कर रहे थे।