उत्तरकाशी : देवस्थानम बोर्ड को लेकर चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारियों में आक्रोश है। चारधाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारियों महापंचायत समिति ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की। तीर्थपुरोहित इस संबंध में पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत से भी मिले थे। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा एवं विश्व हिन्दु परिषद का खुला समर्थन मिला है। पुरोहित महासभा के अध्यक्ष महेश पाठक ने सीएम उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिख कर देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की है। यही मांग विश्व हिन्दु परिषद के स्तर से भी की गई है। हरीश डिमरी ने कहा कि सरकार इस मामले में अब बिल्कुल भी देर न करें। बल्कि जल्द पूर्व की स्थिति बहाल करें। उन्होंने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के देवस्थानम बोर्ड के समर्थन में दिए गए बयान का भी विरोध किया। लेकिन सीएम धामी के बयान से साफ हो गया है कि सरकर देवास्थानम बोर्ड को भंग करने के मूड में नहीं है।
जी हां बता दें कि उत्तरकाशी पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिससे साफ है कि सरकार देवास्थानम बोर्ड को भग करने के पक्ष में नहीं है बल्कि उसमे संशोधन करने की सोच रही है। बता दें कि आपदा प्रभावित गांवों का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे सीएम पुष्कर धामी ने गांव का निरीक्षण करने के बाद औऱ लोगों की पीड़ा जानने के बाद देवस्थानम प्रबन्ध बोर्ड को लेकर बड़ा बयान दिया है।
बता दें कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बोर्ड को बने डेढ़ साल हो गया है. सीएम धामी ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि सरकार संशोधन के पक्ष में साथ ही एक उच्च स्तरीय समिति का गठन भी इसको लेकर किया जाएगा। समिति की रिपोर्ट के बाद विधिक परिणाम को देखते हुए चार धाम देवस्थान बोर्ड पर अग्रिम निर्णय लिया जाएगा। सीएम ने कहा कि तीर्थपुरोहितों को लग रहा है कि कहीं सराकार इस पर हक तो नहीं जताएगी. सीएम ने कहा कि ऐसा नहीं है हमारा उद्देश्य चारोधामों में व्यवस्था बनाए रखना है। सीएम ने कहा कि इसमे किसी पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े इसपर हमने विचार विमर्श किया और सरकार इस बोर्ड के संशोधन के पक्ष में है। सीएम ने कहा कि इसके लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर अग्रिम निर्णय लिया जाएगा।