हरिद्वार: 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति दलों की तैयारियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस की नई टीम भी काम पर जुट गई है। कांग्रेस अपने एजेंडे को जनता के बीच लेकर जाएगी और उसके बाधार पर लोगों से समर्थन मांगेगी। कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस का एजेंडा लोगों के जीवन में खुशी लाने का है।
किशोर उपाध्याय चुनाव संचालन समिति के सदस्य भी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का वनाधिकार का एजेंडा रहेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश जीरो कार्बन स्टेट है। 2022 के चुनावों को नई दृष्टि से देखना चाहिए। अगले साल टिहरी डैम से 2500 मेगा वाट बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। ऐसे में उसकी एक प्रतिशत बिजली उत्तराखंडवासियों को छूट के नाम पर मिलनी चाहिए।
उपाध्याय ने कहा कि चुनावी वर्ष में कुछ राजनीतिक दल प्रदेश की जनता को बिजली मुफ्त देने की बात कह रहे हैं। कोई 100 यूनिट देने की बात कर रहा है तो कोई 300 यूनिट। जबकि देवभूमि की इस धरती ने गंगा, यमुना जैसी पवित्र नदियां दी हैं। यहां की धरती मुफ्त में कुछ भी नहीं लेती है।
इस तरह निःशुल्क बिजली देने के वादे करना यहां की जनता का अपमान है। उन्होंने कहा कि जनता को छूट के साथ बिजली और पानी मिलना चाहिए। जिससे जनता को राहत मिले। किशोर उपाध्याय लंबे समय से वनाधिकार का अपना आंदोलन चला रहे हैं। उनकी मांग यह भी है कि उत्तराखंड के लोगों को वनों पर पूर्ण अधिकार दिया जाना चाहिए, जो छीन लिए गए हैं। इस मसले को लेकर वो हमेशा से ही मुखर रहे हैं।
उनकेे आंदोलन को उत्तराखंड के साथ ही देश के दूसरे राज्यों में भी समर्थन मिला है। चुनाव संचालन समिति की कमान मिलने के बाद देहरादून पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी उनके एजेंडे पर चलने की बात कही थी। प्रदेश के सभी जिलों में लगातार संपर्क कर अभियान भी चलाते रहे हैं।