सितारगंज: डीजीपी अशोक कुमार से महिला की शिकायत के बाद डीजीपी ने सेंट्रल जेल के चार बंदी रक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस महानिदेशक को भेज पत्र में महिला ने आरोप लगाया था कि बंदियों को सुविधाएं दिलाने के नाम पर बंदी रक्षक महिलाओं के परिजनों से अश्लील बातें करते हैं और पैसा भी मांगते हैं।
कोतवाल सलाहउद्दीन ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना एसआई जूली राणा करेंगी। सात अगस्त 2020 को रुद्रपुर की महिला ने डीजीपी को शिकायती पत्र भेजा था। उसने केंद्रीय कारागार के बंदी रक्षककारागार कर्मी प्रभु सिंह, अश्विनी शर्मा, पंकज नागियान और दुष्यंत सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। ये सभी बंदियों के घर की महिलाओं के फोन नंबर लेकर उनसे अश्लील बातें करते थे।
बंदियों को जेल में ब्लूटूथ, नशीले पदार्थ देने के एवज में सौदेबाजी करते थे और अपने बैंक खाते में रुपये मंगवाते थे। डीजीपी अशोक कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने सीओ सुरजीत कुमार और एसओजी को आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं।