देहरादून: आंचल अमृत योजना ऐसी योजना है, जिससे दोहरे लाभ हो रही हैं। त्रिवेंद्र सरकार की इस योजना से जहां बच्चों को कुपोषण से मुक्ति मिलेगी। वहीं, डेरी उद्योग को बढ़ावा मिलने से रोजगार भी मिलेगा। राज्य में डेरी क्षेत्र में नई क्रांति आई है।
महिला एवं बाल विकास विभाग और डेरी विभाग की योजना के तहत बच्चों को स्कूल में मिड डे मील के योजना के तहत अब मीठा दूध भी दिया जाता है। इसका उद्देश्य बच्चों को कुपोषण मुक्त करना है। स्कूलों में जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा से उनका बौद्धिक विकास हो रहा है। वहीं, मीठा और शुद्ध दूध मिलने से उनको शारीरिक विकास भी हो रहा है।
कुपोषण मुक्ति के लिए राज्य की त्रिवेंद्र सरकार ने अभियान भी चलाया है। जिसके तहत आंगनबाड़ी से लेकर प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों तक के बच्चों को मीठा दूध दिया जाता है। इतना ही नहीं सूबे के मुखिया ने खुद पहल करते हुए कुपोषित बच्चों को गोद लिया और जिलों में अधिकारियों को भी इसके प्रेरित किया। जिसका नतीजे भी भी बहुत अच्छे आए।