देहरादून : उत्तराखंद में सांसदों द्वारा खर्च की गई सांसद निधि को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। बता दें कि काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने आरटीआई के तहत सांसदों द्वारा खर्च सांसद निधि का ब्यौरा मांगा था जिसकी रिपोर्ट उन्हे दी गई और इसमे खुलासा हुआ है कि कौन सांसद निधि खर्च करने में सबसे ज्यादा फिसड्डी है और किसने सबसे ज्यादा खर्च किए हैं।. सामने आई रिपोर्ट से साफ है कि कोई भी सांसद पूरी सांसद निधि राज्य के विकास में खर्च नहीं कर पाया है। कुछ सांसद तो ऐसे हैं जिन्होंने अपनी सांसद निधि में से 50 प्रतिशत भी खर्च नहीं किए हैं।
लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को दी गई इतने करोड़ निधि
ब्यौरा के अनुसार सांसदों की अक्टूबर 2021 के शुरुआत में 35.34 करोड़ की सांसद निधि खर्च होने को शेष है। इसमें 19.78 करोड़ की सांसद निधि लोकसभा सांसदों और 15.56 करोड़ की सांसद निधि राज्य सभा सांसदों की शामिल है। यह स्थिति तब है जब साल 2020-21 और 2021-22 की सांसद निधि भारत सरकार द्वारा स्थगित की गई है।
पूर्व केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री पोखरियाल ने 45 फीसद खर्च किया
अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को ब्याज सहित 500.93 लाख की सांसद निधि स्वीकृति के लिए उपलब्ध हुई है। जिसमें से सितंबर 2021 तक 45% 223.75 लाख की सांसद निधि खर्च हुई है। हरिद्वार सांसद और पूर्व केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री डा. रमेश पोखरियाल को 2019-20 में 260.86 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है जिसमें से 52 % धनराशि 135.59 लाख ही खर्च हुई है। इतना ही नहीं इनके पिछले कार्यकाल की 5% 67.74 लाख की धनराशि भी खर्च होने को शेष है।
ये सांसद सबसे फिसड्डी
पौड़ी सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 2019-20 की 259.31 लाख की सांसद निधि मिली है। जिसमें से केवल 18 प्रतिशत 46.40 लाख की धनराशि ही सितम्बर 2021 तक खर्च हो सकी है।
इस सांसद ने किए सबसे ज्यादा खर्च
टिहरी सांसद राजलक्ष्मी शाह को 2019-20 में 599.88 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है। जिसमें से 64 प्रतिशत 384.66 लाख की धनराशि खर्च हुई है।
केन्द्रीय मंत्री व नैनीताल सांसद अजय भट्ट को ब्याज सहित 530.43 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है। जिसमें से 41 प्रतिशत 216.25 लाख की सांसद निधि सितम्बर 2021 तक खर्च हो सकी है।
राज्यसभा सांसदों का जानिए हाल
उत्तराखंड के राज्य सभा सांसदों में प्रदीप टम्टा को 2016-17 से 2019-20 तक ब्याज सहित 1763.11 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है। जिसमें से 83% 1456.90 लाख की सांसद निधि सितम्बर 2021 तक खर्च हो चुकी है।
पूर्व सांसद राजबब्बर को 2015-16 से 2019-20 तक ब्याज सहित 2538.11 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है। जिसमें से 81% 2113.55 लाख की सांसद निधि खर्च हो चुकी है।
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को 2018-19 की ब्याज सहित 513.94 लाख की सांसद निधि स्वीकृति के लिए उपलब्ध हुई है। जिसमें से 24% 124.79 लाख की धनराशि ही सितम्बर 2021 तक खर्च हो सकी है।