भगवान बदरी विशाल की पंच पूजाओं के अंतर्गत आज मां लक्ष्मी जी की पूजा तथा उन्हें बदरीनाथ मंदिर आने की प्रार्थना की गयी। रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने मां लक्ष्मी माता को स्त्रेण भेष में बुलावा भेजा। उससे पहले कल 18 नवंबर को खड़ग पुस्तक पूजन हुआ साथ ही शीतकाल हेतु वेद ऋचाओं का पाठ भी बंद हो गया।
इस अवसर पर रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल एवं आचार्यगण तथा सुनील तिवारी, राजेन्द्र चौहान, भूपेंद्र रावत, डा. हरीश गौड़, संजय भट्ट, कृपाल सनवाल, हरीश जोशी सहित तीर्थयात्री मौजूद रहे। आज बड़ी संख्या में तीर्थयात्री मंदिर पहुंचे। कपाट बंद के अवसर हेतु मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है।
विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत पंच पूजाओं के पहले दिन 16 नवंबर को प्रातः से गणेश की पूजाएं और शाम को भगवान गणेश के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये। 17 नवंबर को आदि केदारेश्वर भगवान के कपाट बंद हुए। 18 नवंबर को खडग पुस्तक पूजन हुआ और अब कल 20 नवंबर शनिवार को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे