नैनीताल: लोगों के बड़े बिलों के बारे में अक्सर आप खबरें पढ़ते होंगे, लेकिन नैनीताल में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सबको चैंका दिया। जल संस्थान ने 20 सालों से बंद पड़े कमान के मालिक को 90 हजार का बिल थमा दिया। हैरत की बात यह है कि उस मकान में ना तो कनेक्शन है और ना कोई उसमें कोई रहता है। मामले में अधिशाषी अभियंता संतोष उपाध्याय ने मामले में जांच कमेटी गठित कर दी है।
जानकारी के मुताबिक 1997 में आरमाडेल कम्पाउंड क्षेत्र में रह रहे अश्विनी कुमार वर्मा ने जल संस्थान से पानी का कनेक्शन लिया था। 2001 में अश्विनी वर्मा की मृत्यु के बाद पूरा परिवार भवन में ताला लगाकर दिल्ली चला गया, लेकिन जल संस्थान भवन बंद होने के बावजूद लगातार बिल भेजता रहा। लंबे समय तक बिल जमा नहीं होने पर जल संस्थान ने बाकायदा कनेक्शन काटने के बाद आरसी भी नियत पते पर भेजता रहा।
जब परिवार 20 साल बाद बंद पड़े भवन में लौटा तो जल संस्थान द्वारा प्रेषित 90 हजार का बिल देख दंग रह गया। अब नीलू शर्मा बिल माफ करने की मांग को लेकर जल संस्थान पहुँची है। जल संस्थान के ईई सन्तोष उपाध्याय ने बताया कि 2001 से बंद मकान में जल संस्थान द्वारा बिल भेजा जाना विभागीय लापरवाही को दर्शाता है। भवन बंद होने के बावजूद विभाग द्वारा बिल और आरसी भेजे जाने से पूर्व कोई पड़ताल नहीं की गई। मामले की जांच के लिए सहायक अभियंता डीएस बिष्ट के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित कर दी गयी है। उत्तरदायी अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।