रुद्रपुर: कृषि कानूनों के खिलाफ रुद्रपुर में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है। महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का मकसद किसी सरकार को गिराना या सरकार बनाना नहीं है। राकेश टिकैत ने कहा है कि विलेज टूरिज्म पालिसी पर काम करने से पहाड़ और उत्तराखंड का किसान बचेगा। पहाड़ पर किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्हें बहुत दिक्कतें हैं।
फसल की एमएसपी तक नहीं मिल पाती। खासकर सब्जी, फल और मोटे अनाज का उचित दाम नहीं मिलता। यही वजह है कि पहाड़ों से लगातार पलायन हो रहा है। इस दौरान पंजाबी गायिका रूपीन्द्र हांडा ने प्रस्तुति दी। पंजाबी गीत सुनाकर उन्होंने अपना समर्थन दिया। किसान महापंचायत में पहाड़ी संस्कृति की झलक दिखाई दी।
यहां उत्तराखंड के पारंपरिक छोलिया नृत्य के साथ किसान पहुंचे। वहीं श्रमिक संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर श्रमिक ढोल-नगाड़े लेकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ मोदी मैदान में किसानों का समर्थन देने पहुंचे। संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों का दावा था कि महापंचायत में एक लाख से अधिक किसान पहुंच सकते हैं। किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुंवे हैं।