देहरादून: उत्तराखंड भाजपा सरकार में उठे सियासी तूफान का लाभ कांग्रेस हर हाल में लेना चाहती है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बदलने की खबर से राजनीतिक गलियारों में हलचल नजर आ रही है। सीएम त्रिवेंद्र को अचानक दिल्ली बुला लिया गया। सीएम के दिल्ली रवाना होते ही, उत्तराखंड की राजनीति में भूंचाल सा गया। यह माना जा रहा है कि सीएम त्रिवेंद्र को बदलकर किसी दूसरे चेहरे को सीएम बनाया जाएगा।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस भी भी सक्रिय हो गई। पूर्व सीएम हरीश रावत तीन पहले से ही सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों से लगातार भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी तंज करा है कि कहा कि अब मुख्यमंत्री बदलने से कोई फायदा बीजेपी को नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा की जिस तरह से गैरसैंण में विधायकों और मंत्रियो में एक भगदड़ सी मची, उससे लगता की बीजेपी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
कांग्रेस इस मौके का लाभ उठाना चाहती है। इसको देखते हुए कांग्रेस के नेता लगातार बयान दे रहे है। हालांकि यह अब तक तय नहीं है कि सीएम का चेहरा यानी नेतृत्व परिवर्तन होगा भी या नहीं। अगर होता है, तो भाजपा किस चेहरे पर दांव लगाएगी। स्थिति यह है कि जिन नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, उनमें लोग खास दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। अनिल बलूनी के नाम की सबसे अधिक चर्चा हो रही है।