देहरादून: पंचायती राज विभाग के सभी कर्मचारी और ग्राम ंपचायत सदस्य से लेकर ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायात सदस्य तक उत्तरखंड में कोराना योद्धा घोषित होंगे। पंचायती राज मंत्री अरविंद पाण्डेय ने इसके निर्देश विभाग को दिए हैं, जिसको लेकर विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। प्रस्ताव पर कैबिनेट की मुहर लगना बाकी है। कैबिनेट से मुहर लगते ही प्रदेश में हजारों पंचायत प्रतिनिधि कोराना योद्धा घोषित हो जाएंगे। कोराना योद्धा घोषित होने पर यदि किसी पंचायत प्रतिनिधि या कर्मचारी को कोराना से मृत्यु हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में सरकार 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता परिजनों को देगी।
जिस तेजी से ग्रामिण क्षेत्रों में कोराना के मामले बढ़ते जा रहे है। उसको देखते हुए कोराना से जंग जीतने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका अहम हो जाती है। कोराना की पहली लहर में भी पंचायत प्रतिनिधियों ने कोराना पर काबू पाने के लिए बेहतर मैनेंजमेंट दिखाया था। खास कर ग्राम प्रधानों के द्धारा प्रवासियों के गांव लौटने पर जहां क्वारंटीन सेंटरों में ठहाराया गया और उनके खाने की व्यस्था से लेकर सभी तरह के रिकाॅर्ड भी इस दौरान ग्राम प्रधानों ने तैयार किए थे।
यही वजह रही है कि पहली लहर में ग्राम प्रधानों की सक्रियता से गांवों में कारोना नहीं फैला। लेकिन, दूसरी लहर में गांव – गांव में कोराना के मामले बढ़ते जा रहे हंै। ऐसे में ग्राम प्रधानों से लेकर सभी पंचायत प्रतिनिधियों को कोराना योद्धा घोषित किया जाना सरकार काा एक बेहतर कदम है। ऐसा करने से पंचायत प्रतिनिधि कोराना के खिलाफ दोगुने जोश से लड़ाई लड़ सकते हैं।