हल्द्वानी: आइवरमेक्टिन की ओवरडोज लेने ये बच्चों की तबीयत बिगड़ रही है। सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में आइवरमेक्टिन की ओवरडोज से तबीयत बिगड़ने के 15 दिन में पांच मामले सामने आ चुके हैं। भिकियासैंण निवासी एक बच्चे का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ ने लोगों से बच्चों को सही डोज देने और बच्चों की पहुंच से दवाइयों को दूर रखने की सलाह दी है।
दवा की ओवरडोज लेने के बाद बच्चों में दौरा पड़ना, बेहोशी और उल्टी होने की शिकायतें बताई जा रही हैं। पांच बच्चों में से चार को डिस्चार्ज किया जा चुका है। प्रतिबंध के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने दवा को क्यों बांटा इसका जवाब किसी के पास नहीं है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए घर-घर आइवरमेक्टिन बांटी थी। हालांकि दवाइयां लेने का तरीका भी बताया था।
लेकिन, गांव-गांव में लोगों को दवा के सेवन के बारे में सही जानकारी नहीं हो सकी। कुछ बच्चों को उनेक अभिभावकों ने ज्यादा दवा खिला दी थी तो कुछ मामलों में बच्चों ने घर पर रखी दवा का ज्यादा सेवन कर लिया। जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस दवा के सेवन पर रोक लगाई थी, लेकिन अभी तक लिखित निर्देश नहीं मिलने पर यह दवा बांटी जा रही है।