देहरादून: सल्ट विधानसभा उप चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा भले ही जीत का दावा कर रही हों, लेकिन सच बात यह है कि इस चुनाव में दोनों ही दलों की टेंशन वोट प्रतिशत ने बढ़ा दी है। सल्ट विधानसभा उप चुनाव में 50 प्रतिशत से अधिक के मतदान की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन मतदान का प्रतिशत काफी कम रहा। इसके लिए कोरोना के खतरे को भी कारण माना जा रहा है। जबकि कुछ लोगों को कहना है कि लोगों ने नाराजगी और बार-बार के झूठे वादों से परेशान होकर वोटिंग से दूरी बना ली।
कारण चाहे जो भी रहा हो, लेकिन इतने कम मतदान प्रतिशत भाजपा और कांग्रेस को टेंशन में जरूर डाल दिया है। सल्ट चुनाव में वोटिंग की स्पीड सुबह से ही धमी रही। सुबह नौ बजे तक नौ प्रतिशत मतदान हो पाया था। इसके बाद सुबह 11 बजे मतदान प्रतिशत में थोड़ी तेजी आई और मतदान प्रतिशत 21.47 प्रतिशत तक पहुंच गया। दिन में एक बजे 32.37 प्रतिशत, तीन बजे तक 37.53 प्रतिशत और शाम पांच बजे तक कुल 43.28 प्रतिशत ही वोट पड़े।
भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना की मौत के बाद खाली हुई सल्ट विधानसभा सीट पर सुरेंद्र सिंह जीना के बड़े भाई महेश जीना भाजपा से और कांग्रेस ने गंगा पंचोली चुनाव मैदान में उतारा। इसके अलावा सर्वजन स्वराज पार्टी से शिव रावत, उक्रांद समर्थित पान सिंह, पीपीई डेमोक्रेटिव से नंद किशोर, उपपा से जगदीश चंद्र और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।