देहरादून: उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बने केवल एक महीना हुआ, लेकिन इस एक महीने के भीतर उन्होंने जो कर दिखाया है, उससे एक बात तो साफ है कि राज्य के सबसे युवा सीएम दमदार ढंग से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। सीएम धामी ने अब तक जो भी फैसले लिए। उनके यही फैसले साबित करते हैं कि एक माह की धामी सरकार वाकई दमदार है।
कोरोना काल में पिछले एक साथ से याद्धाओं की तरह कोरोना को मात देने के लिए मोर्चे पर डटे स्वास्थ्य क्षेत्र के अधिकारियों, चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ, चतुर्थ श्रेणी और अन्य कर्मचारियों ने दिन-रात एक कर लोगों को कोरोना से बचाने के लिए अपनी जानें तक दांव पर लगा दीं।
61000 कार्मिकों को लाभ
सरकार ने ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन सहायता/राशि देने का फेसला लिया। इसके तहत अगले पांच माह तक आशा फसिलिटेटर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 2000 प्रतिमाह। ग्रुप सी और के डी के कार्मिकों को 3000 और चिकित्सकों को 10,000 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जा रहे हैं। इस योजना से लगभग 61,000 कार्मिकों को लाभ मिल रहा है।
1120 आशा फैसिलिटेटर और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को एक-एक टैबलेट भी प्रदान किया जायेगा। इन कार्मिकों को कोविड-19 के दुष्प्रभाव से बचाने और इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से इन्हें आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक किट भी वितरित की जाएगी। इससे करीब 3 लाख 73 हजार 568 लोगों को लाभ होगा।
स्वास्थ सेवाओं का विस्तार
इतना ही नहीं सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए हरिद्वार और पिथौरागढ़ जिलों में राजकीय मेडिकल कालेज की स्थापना का भी फैसला लिया है। हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए बजट भी स्वीकृत हो चुका है। साथ ही पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज के लिए भी 70 करोड़ की राशि अवमुक्त की जाएगी।
सरकार लगातार तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों में जुटी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं। अधिकारियों के साथ संपर्क कर खुद भी कार्यों पर नजर बनाए हुआ हैं। अधिकारियों को लोगों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखने के निर्देश हैं। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए अभी पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है।