देहरादून : कोऑपरेटिव बैंकों में नॉन परफोर्मिंग अकाउंट होल्डर को लेकर सहकारिता मंत्री धनसिंह रावत सख्त नजर आ रहे हैं लगातार इन दिनों देनदारियों से ऋण की वसूली की जा रही है. इसी संबंध में आज सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने विधानसभा में कॉपरेटिव बैंक अधिकारियों और शीर्ष 20 ऋण दाताओं की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई. सहकारिता मंत्री ने बैंक अधिकारियों और ऋण दाताओं को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मार्च से पहले एनपीए वसूली नहीं होती है, तो अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही शीर्ष 20 कंपनियों पर बैंक अपने तरीके से ऋण वसूली की कार्रवाई करेगा सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि तय समय में यह एनपीए का पैसा जमा नहीं करते हैं, तो इनकी संपत्ति नीलाम कर बैंक अपना ऋण वसूली करेगा। सभी ऋण दाता कंपनियों ने तय समय पर ऋण अदायगी का भरोसा दिलाया।
कोऑपरेटिव बैंकों में लगभग 30 लाख खाते संचालित हो रहे हैं. इन 30 लाख खातों में से अकेले 20 बैंक खातों का एनपीए 300 करोड़ रुपए है. सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने सभी 20 खाताधारकों को बुलाकर दो टूक शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मार्च महीने में एनपीए जमा नहीं होगा, तो बैंक अपनी कार्रवाई शुरू कर देगा। खाताधारकों ने समय पर एनपीए जमा करने का भरोसा दिया।