हल्द्वानी : उत्तराखंड कांग्रेस के अंदर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह जंग भी भाजपा से नहीं बल्कि अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच चल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के उन्हें सार्वजनिक नेतृत्व की पंक्ति से हटाने और इंदिरा हृदयेश या प्रीतम सिंह को चेहरा बनाने वाले ट्वीट के बाद कोल्ड वार शुरू हो गया है। अब नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने फिर से हरीश रावत पर न सिर्फ तीखी टिप्पणी की है बल्कि इशारों इशारों में बहुत कुछ याद दिलाया है।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि हरीश रावत क्या लिखते हैं। क्या बोलते हैं वह पूर्ण रुप से स्वतंत्र हैं। ब्लाक प्रमुख से मुख्यमंत्री तक इतनी लंबी राजनीति करने के बाद वो पूरी तरह से आजाद हैं। हम उन पर नियंत्रण लगा सकते हैं ना ही रोक लगा सकते हैं। इंदिरा हृदयेश ने कहा कि उनकी हरीश रावत से केवल एक ही प्रार्थना है कि वह ऐसा माहौल बनाएं की जनता कांग्रेस के पक्ष में वोट करने को तैयार हो न की दूसरी तरफ भागने को तैयार।
इंदिरा हृदयेश ने यह भी कहा कि हम सब एकजुट हैं, लेकिन जिनकी महत्वाकांक्षा ज्यादा है वह एकजुट नहीं होना चाहते। अगर हरीश रावत खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करवाते हैं तो उनको बिल्कुल भी आपत्ति नहीं है यह काम केवल राष्ट्रीय नेतृत्व का है। हरीश रावत के चेहरा बनाए जाने के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि क्या आज तक कांग्रेस ने किसी को चेहरा बनाया है?
तंज कसते हुए कहा कि बनाया तो 2017 के चुनाव में था, हरीश रावत को जिसमें हम 11 सीट पर आ गए, 1 जिले में भी एक सीट नहीं ला पाए और मुख्यमंत्री खुद दोनों जगह से लड़े और क्या हुआ आप सब जानते हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस के चुनाव मोड में उतरने से पहले भीषण आंतरिक घमासान का दौर चल रहा है और ऐसे हालातों में फिलहाल इसके थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे।