देहरादून: कोरोना का टीका आज से 45 से 59 साल तक की उम्र वाले लोगों को लगाया जा रहा है। राजधानी देहरादून समेत प्रदेषभर के सभी जिलों में अभियान को सफल बनाने के लिए अतिरिक्त केंद्र बनाए गए हैं। पहले चरण में कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्यकर्मियों और दूसरे चरण में कोरोना काल में अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को टीका लगाया गया था। इसके बाद 60 साल से अधिक की उम्र वाले सभी लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ।
45 से 59 साल तक के उन लोगों को भी टीका लगाया गया, जो मधुमेह, अस्थमा, रक्तचाप, हृदय रोग समेत 20 चिह्नित बीमारियों से पीड़ित हैं। आज से 45 से 59 साल तक की उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसके लिए सिर्फ उम्र और वैध परिचयपत्र लाना जरूरी होगा। इसके लिए आधार कार्ड को प्राथमिकता दी जाएगी।
इन बातों का रखना होगा ख्याल
– टीकाकरण केंद्र पर उम्र और परिचय प्रमाणपत्र के लिए आधार कार्ड और मोबाइल लेेकर पहुंचें।
– इसके अलावा को-विन वेबसाइट या आरोग्य सेतु एप पर आनलाइन पंजीकरण भी करा सकते हैं।
– मोबाइल पर जो संदेश आएगा वह टीकाकरण केंद्र पर जाकर दिखाना होगा।
ऐसा होने पर घबराएं नहीं
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केसी पंत ने बताया कि किसी भी तरह का टीका लगाने के बाद कई लोगों को बुखार या सिर दर्द जैसी शिकायत होती है। कोरोना के टीके में बुखार, सिर चकराना और सिर दर्द जैसी शिकायत हो सकती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। बल्कि डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा लें। अब तक जिन लोगों को कोरोना का टीका लगा है, उनमें से सिर्फ 10 प्रतिशत लोगों को ही इस तरह की सामान्य दिक्कत आई है।
शराब और मांस के सेवन से बचें
डाॅक्रों की सलाह है कि टीका लगाने के 24 घंटे तक शराब, धूम्रपान और मांसाहार ना करें। इसके अलावा टीका लगाने के दो दिन तक अपने क्षेत्र से बाहर न जाएं। भरपूर पानी पिएं और दो दिन तक संभव हो तो पर्याप्त आराम करें, भारी काम तो बिल्कुल न करें। अगर पहले से मधुमेह, हृदय रोग, रक्तचाप, दमा जैसी किसी भी बीमारी की दवा लेते आएं हो तो टीका लगाने के बाद इन दवाओं को लेना बंद न करें। डॉक्टर से सलाह जरूर लेते रहें।
गर्भवती महिलाएं के लिए ये सलाह
डाॅक्टरों के मुताबित गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं कोरोना का टीका न लगवाएं। जिन लोगों को कोरोना के लक्षण हों या किसी आकस्मिक बीमारी से पीड़ित या फिर किसी अस्पताल में भर्ती हों, वह स्वस्थ होने के चार से आठ हफ्ते बाद टीका लगवाएं। जिन लोगों को किसी टीके या दवा से एलर्जी होती है। वह लोग टीका नहीं लगवाएं। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में निशुल्क और निजी अस्पतालों में एक खुराक के अधिकतम 250 रुपये ही लिए जा सकेंगे।