देहरादून : विधानसभा चुनाव में कम ही समय बचा हुआ है. इस बीच मंत्री विधायकों नेताओं का दल बदलने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस में शामिल होकर यशपाल आर्य और उनके बेटे ने पहले ही भाजपा को झटका दे चुका है। वहीं इस बीच खबरें आई कि भाजपा को फिर से बड़ा झटका लग सकता है। कांग्रेस ने भी दावा किया कि भाजपा के कई विधायक कांग्रेस का हाथ थामेंगे।
लेकिन बता दें कि रायपुर क्षेत्र से भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ ने बयान देते हुए साफ किया कि ये अफवाह है। उमेश काऊ ने कहा कि पार्टी से कोई कहीं नहीं जा रहा। अगर कोई जाने की कोशिश करेगा तो उसे रोकने के लिए पुरजोर कोशिश की जाएगी। विधायक काऊ पूर्व में अपने विधानसभा क्षेत्र के कार्यों को लेकर नाराजगी जताते रहे हैं।
बता दें कि हाल ही में जब पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र पूर्व विधायक संजीव आर्य ने भाजपा छोड़कर घर वापसी की तो तब विधायक काऊ भी दिल्ली गए थे। इसे लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें लगीं, लेकिन दिल्ली से लौटने पर विधायक काऊ ने साफ किया कि वह पार्टी ने उन्हें एक मिशन पर लगाया था। पार्टी हाईकमान जानता है कि वह कहां और क्यों गए थे
मंगलवार को विधायक काऊ ने कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत से मुलाकात की। जिससे कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई। वहीं बता दें कि इसके बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा से कोई कहीं नहीं जा रहा। सबने भाजपा के साथ रहना है और 2022 में भाजपा प्रचंड बहुमत हासिल कर सत्ता में आएगी।
उमेश काऊ ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि कोई भी साथी कहीं न जाए और जो मजबूत है, उसे भाजपा से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि सबका लक्ष्य प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार लाना है।