खटीमा: वन विभाग और एसओजी की संयुक्त टीम ने विलुप्त होती दुर्लभ प्रजाति पेगोलीन (सल्लू सांप) के साथ दो वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया है। सल्लू सांप के शरीर के सभी अंग यौनवर्धक दवा बनाने में उपयोग होते हैं। भारतीय बाजार में इसकी कीमत सात से दस लाख रुपये प्रति किलो है। पकड़े गए दोनों वन्यजीव तस्करों के खिलाफ वन विभाग ने वन्यजीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा।
खटीमा वन विभाग और एसओजी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर पहेनिया चौराहे के पास मोटरसाइकिल सवार दो युवकों को पकड़ा जिन की तलाशी लेने पर उनके पास से वन्यजीव के अवशेष मिले। वन विभाग और एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उनके पास से बरामद हुए वन्य जीव के अंग विलुप्त होती दुर्लभ प्रजाति पैंगोलिन उर्फ सल्लू सांप के हैं।
सल्लू सांप के शरीर के अंग यौनवर्धक दवाइयों में इस्तेमाल होते हैं और अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इनकी कीमत करोड़ों में है। पकड़े गए दोनों वन्यजीव तस्करों की पहचान अरुण कुमार और तोले सिंह निवासी थाना नानकमत्ता के रूप में हुई है। वन विभाग ने पकड़े गए दोनों वन्यजीव तस्करों के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।