चमोली: ऋषिगंगा आपदा में अभी तक 37 शव बरामद हो चुके हैं। 167 लोग अभी भी लापता हैं। वहीं ऋषिगंगा के मुहाने पर झील बनने से एक बार फिर क्षेत्र में बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं। शासन ने वाडिया, टीएचडीसी, एनटीपीसी और आईआईआरएस को जांच करने का आदेश दिया है। इधर, आपदा प्रभावितों का धैर्य भी जवाब देने लगा है। लोगों ने एनटीपीसी के जीएम का घेराव कर जमकर हंगामा किया।
जिला प्रशासन ने अधिशासी अभियंता आरडब्ल्यूडी और तहसीलदार के नेतृत्व मे टीम बनाई हैए जो फोटो के आधार पर और स्थानीय लोगों की मदद से लापता लोगों की तलाश में जुटी है। जहां भी लोगों के दबे होने की संभावना है। वहां एनडीआरएफ और कंपनी के कर्मचारियों के साथ मिलकर लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
लोगों का आरोप है कि एनटीपीसी के कारण देरी हो रही है। सही जानकारी नहीं देने के कारण सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को रेस्क्यू में दिक्कतें हो रही हैं। बार-बार रेस्क्यू का प्लान बदलना पड़ रहा है। हालांकि वहां मौजूद अधिकारियों ने किसी तरह लोगों को शांत कराया। रेस्क्यू में देरी कारण दूसरे सर्च अभियान भी प्रभावित हो रहा है।