देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर के तेजी से आने के चलते दिक्कतें बढ़नी शुरू हो गई हैं। कोरोना के कारण फिर से कई जगहों पर कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। रोजाना कोरोना के मामले बढ़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि जैसे ही सैंपलिंग बढ़ी, कोरोना की जांच रिपोर्टों को अटकना भी शुरू हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने भले ही कितने ही दावे क्यों ना किए हों, लेकिन सैंपल लिए जाने की स्पीड दो दिन में ही कम हो गई। सैंपल का बैकलाॅग भी 37 हजार के पार पहुंच गया।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हाईकोर्ट ने कुंभ क्षेत्र में प्रतिदिन 50 हजार सैंपलों की जांच करने के आदेश सरकार को दिए हैं। लेकिन, हैरत की बात यह है कि प्रदेश में सैंपलों की जांच बढ़ने के बजाए कम हो रही है। एक अप्रैल को जहां पूरे प्रदेश में 17870 सैंपलों की जांच की गई। अगले दो दिनों में सैंपल जांच की संख्या 10 हजार से कम हो गई। प्रदेश में कोविड की आरटीपीसीआर जांच के लिए आठ सरकारी लैब हैं।
इसके लिए अलावा कुंभ मेला के आठ निजी पैथोलॉजी लैब को अधिकृत किया गया है। सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ रहा है। ऐसे में संक्रमण को रोकने के लिए सैंपल जांच बढ़ाने की आवश्यकता है। लेकिन, दो दिनों में सैंपल जांच में कमी आई है।