हरिद्वार: कुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए राज्य और केंद्र सरकारें लगातार काम कर रही हैं. लेकिन, तमाम कोशिशों के बाद भी गंगा घाट पर सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. इस बार कुम्भ स्नान सहित कई अन्य स्नान हर की पौड़ी के आलावा कोविड-19 को देखते हुए अन्य घाटों पर भी किये जाएंगे, जिसमें लाखों लोग गंगा स्नान और तर्पण करते हैं. प्रमुख घाटों पर इस बार भी श्रद्धालुओं को परेशानी होगी. खासकर महिलाओं को। दरअसल, घाटों पर महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत कपड़े बदलने में होगी। क्योंकि घाटों पर चेंजिंग रुम नहीं के बराबर हैं। जो थी भी चोरांे ने चाकचैबंद व्यवस्था को ठेंगा दिखाकर उनको चोरी कर लिया.
हर की पौड़ी सहित प्रमुख घाटों पर महिलाओं के लिए चेंगिंग रुम बनाए गए हैं. कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत का कहना है कि जल्द ही अधूरे कार्य पुरे कर लिए जाएंगे, लेकिन चोरों ने करे कराए पर पानी फेर दिया, जिसके चलते स्नान करने के बाद महिलाओं को कपडे बदलने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एसएसपी कुम्भ जन्मेजय खंडूरी ने कहा है कि सर्विलांस बढ़ाया जायगा और सीसीटीपी कैमरे लगाकर चोरों पर पैनी नजर रखी जाएगी. समाजसेवी विशाल गर्ग का भी कहना है कि सरकार और शासन का दावा है कि घाटों पर डुबकी लगाने वाली महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था है. लेकिन, ज्यादातर घाटों पर महिलाओं के लिए टॉयलेट भी उपलब्ध नहीं है।
ऐसे में घाटों पर स्नान करने आने वाली महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. नगर निगम व जिला प्रशासन की ओर से घाटों पर महिला टॉयलेट का निर्माण बहुत कम किया गया है. इसके साथ ही हर की पौड़ी सहित अन्य जो घाट हैं, वहां से चेंजिंग रूम को चोरों ने अपना निशाना बना लिया. हद तो तब हो गयी, जब इन चेंजिंग रूमों को कुछ लोगों ने अपना आशियाना तक बना लिया है. ऐसे में महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा भले ही कुम्भ को भव्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी हो, लेकिन जिस तरह से चेंजिंग रूम चोरी हो रहे हैं। उससे अधिकारियों पर भी सवाल उठ रहे हैं.