देहरादून: नए मुख्यमंत्री के लिए पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान होने के बाद से ही खबरें लगातार सामने आ रही हैं कि भाजपा के भीतर खेमेबाजी शुरू हो गई है। कई बड़े चेहरे नाराज बताए जा रहे हैं। खबरें तो यहां तक आ रही हैं कि कुछ बड़े चेहरे खासकर कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आए नेता फिर से बगावती सुर दिखा रहे हैं।
पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान होते ही सतपाल महाराज बैठक से बाहर निकलकर सीधे अपने आवास पर चले गए थे। तभी से कहा जा रहा था कि महाराज नाराज चल रहे हैं, लेकिन अब जिस तरह से खबरें सामने आ रही हैं। उससे सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं को बल मिल रहा है।
माना जा रहा है कि महाराज और हरक सिंह रावत के बीच बैठक चल रही है और वो कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। कई अन्य विधायकों से संपर्क करने की बातें भी सामने आ रही हैं। हालांकि, इनमें किनती सच्चाई है, कह पाना थाड़ा मुश्किल है।
लेकिन, एक बात साफ है कि हरक सिंह रावत और सतपाल महाराज ने जिस तरह से कांग्रेस में रहते हुए बगावती तेवर दिखाए थे, उससे एक बात तो साफ है कि वो बड़े कदम उठाने में नहीं हिचकेंगे। दूसरी और कांग्रेस ने भी यह कह दिया है कि पुरा साथियों के लिए सभी दरवाजे खुले हैं।
ऐसे में अब भाजपा और पुष्कर सिंह धामी के सामने सबसे पहला संकट यही है कि वो किस तरह से इस संकट से पार पाते हैं। यह भी बातें सामने आ रही हैं कि कुछ मंत्री पुष्कर सिंह धाम की कैबिनेट में शामिल नहीं होना चाहते हैं। ऐसे में भाजपा में 2022 के चुनाव से बहुत बड़ी बगवात के संकेत भी मिल रहे हैं। हालांकि, अब तक पुख्तातौर पर कुछ भी नहीं, लेकिन चर्चाओं और खबरों में बहुत कुछ होने की बातें सामने आ रही हैं।