नैनीताल: कुंभ में कोरोना जांच फर्जीवाड़े मामले में नया मोड़ आ गया है। मामले में अरोपी कंपनी मैक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। कंपनी ने याचिका में एफआईआर को निरस्त करने की मांग के साथ ही गिरफ्तारी पर भी रोक लगाने की मांग की है।
कंपनी के खिलाफ सीएमओ हरिद्वार ने कोतवाली के कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जो आपदा प्रबंधन एक्ट के साथ 420, 467, 468,128 समेत अन्य धाराओं में था। इस मामले में सोमवार को सुनवाई होगी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हरिद्वार महाकुंभ में लाखों की तादाद में श्रद्धालु आए और हर दिन हजारों की संख्या में कोरोना जांच की गई, यहां संक्रमण दर बेहद कम थी।
कोरोना महामारी को देखते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने यहां रोजाना 50 हजार जांच करने का आदेश दिया। सामाजिक संस्था सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन ने इसका सोशल आडिट कराने की मांग भी की, लेकिन मेला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर यह पता चलता है कि एक से 30 अप्रैल के बीच उत्तराखंड में कुल कोरोना जांच में 58 फीसद हरिद्वार जनपद में की गईं। इस बीच हरिद्वार में संक्रमण दर उत्तराखंड से 80 फीसद कम रही।