उत्तराखंड के दो सपूतों को गणतंत्र दिवस समारोह पर मरणोपरांत सेना मेडल से नवाजा गया है। शहीद हवलदार देवेन्द्र सिंह राणा और शहीद पैरा ट्रूपर अमित कुमार अणथवाल को ये सम्मान मिला है। दोनों एक ही मुठभेड़ में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। पिछले 3 अप्रैल 2020 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना की 4-पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडो दस्ते ने 5 आतंकवादियों को मार गिराया था। आतंकियों से इस मुठभेड़ में रुद्रप्रयाग जिले की बसुकेदार तहसील के ग्राम तिनसोली निवासी हवलदार देवेंद्र सिंह राणा और पौड़ी के अणथ्वाल शहीद हुए थे। देश की रक्षा के लिए अपने प्राण कुर्बान कर देने वाले इन वीरों को हमारा सलाम है।
शहीद देवेंद्र के एक बेटा और एक बेटी
आपको बता दें कि शहीद देवेंद्र का परिवार देहरादून जिले के छिद्दरवाला में किराये के कमरे में रहा है। शहीद की बेटी आंचल और बेटा आयुष केंद्रीय विद्यालय रायवाला में पढ़ते हैं। शहीद के पिता भूपाल सिंह राणा और मां कुंवरी देवी और छोटा भाई गांव में ही रहते हैं। साल 3 अप्रैल 2020 को हवलदार देवेंद्र सिंह राणा ने फोन पर पत्नी विनीता से बात की थी। उस दौरान वो आतंकवादियों से जंग लड़ने के लिए कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर की ओर रवाना हो रहे थे। उनकी टीम ने पांच आतंकवादियों का खात्मा कर दिया था। पत्नी का मन बैचेन था। वहीं खबर से सबके होश उड़ गए। देवेंद्र की शहाद की खबर घर आई। ये सुन पत्नी विनीता बेसुध हो गई थी। बच्चे और परिवार वाले रोते बिलखते रहे। लोग ढांढस बांधने आए। वहीं जांबाज देवेंद्र को सेना मेडल से सम्मानित किया गया।
अमित की शहादत से कुछ ही महीने पहले हुई थी सगाई
वही पौड़ी के अमित अणथ्वाल को भी सेना मेडल(मरणोपरांत) से नवाजा गया। अमित की शहादत के कुछ ही महीने पहले सगाई हुई थी। घर मे शादी की तैयारियां चल रही थी।एक तरफ पूरा देश कोरोना से जंग लड़ रहा था तो दूसरी तरफ भारतीय सेना आतंकवादियों से लड़ रही है। इस दिन घुसपैठियों से मुठभेड़ में देश के 5 जवान शहीद हो गए थे जिसमें उत्तराखंड की 2 जवान भी शामिल थे ।वहीं सेना ने 5 घुसपैठियों को मार गिराया था।इस मुठभेड़ में पौड़ी का एक लाल अमित अंथवाल भी शहीद हो गए जबकि दूसरा जवान रुद्रप्रयाग का है। जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं जिसमें से दो उत्तराखंड के जवान थे।