देहरादून: कोरोना से अब तक पूरी तरह से निजात नहीं मिल पाई है। नए मामलों की रफ्तार को ब्रेक जरूर लगा है, लेकिन कोरोना अब तक पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इस बीच राजधानी देहरादून में डेंगू कभी भी कहर बरपा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के सर्वे के अनुसार दून के हर 11वें घर में डेंगू मच्छर का लार्वा पल रहा है। विभागीय टीम ने हजारों घरों से लार्वा नष्ट कराया है।
बरसात के मौसम में हर साल दून में डेंगू के मामले बड़ी संख्या में सामने आते हैं। इस साल भी बरसात शुरू होने के साथ ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने एहतियाती सुरक्षा उपाय करने शुरू कर दिए हैं। डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर निरीक्षण कर रही है। इस दौरान खुले में पड़े गमलों, टायरों में जमा पानी को साफ करवाया जा रहा है। साथ ही फ्रिज के वाटर बॉक्स, कूलर समेत उन अन्य जगहों की भी जांच की जा रही है, जहां आमतौर पर मच्छर पैदा होते हैं और लोगों का ध्यान नहीं रहता।
निरीक्षण के दौरान जो तस्वीर सामने आई है, वो आने वाले खतरे की तरफ इशारा कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अब तक जिले में 75466 घरों का निरीक्षण किया है, इसमें से 6650 घरों में मच्छर का लार्वा मिला है। इस लिहाज से देखा जाए तो प्रत्येक 11वें घर में डेंगू को जन्म देने वाले मच्छर पल रहे हैं। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को भगत सिंह कॉलोनी में घर-घर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने एक घंटे का डेंगू मेलरिया रोकथाम व नियंत्रण अभियान चलाया। इस दौरान घर-घर जाकर निरीक्षण किया गया और लोगों को डेंगू मच्छरों की रोकथाम के लिए जागरूक किया गया। इसके अलावा लार्विसाइड, इंसेक्टिसाइड दवा का छिड़काव व फॉगिंग की गई।