आपने कई ऐसे मामले सुने होंगे जिसमें पति अपनी पत्नी को पढ़ाता लिखाता है। लेकिन जब पढ़ लिखकर पत्नी की सरकारी नौकरी लग जाती है तो पत्नी उसे छोड़ कर चली जाती है। ऐसा ही एक मामला चर्चाओं में है। एक महिला ने अपने पति को लेखपाल पद में नियुक्ति होते ही छोड़ दिया। बता दें कि करीब ढाई साल पहले दोनों की लव मैरिज हुई थी। ऐसे में पति काफी परेशान है। चलिए जानते हैं क्या हैं पूरा मामला
लेखपाल बनते ही पत्नी ने छोड़ा पति का साथ
दरअसल ये मामला उत्तर प्रदेश के झांसी का है। जहां पति नीरज विश्वकर्मा का ये आरोप है कि उसकी पत्नी रिचा विश्वकर्मा ने लेखपाल का नियुक्ति पत्र मिलते ही उनसे अलग होने का निर्णय ले लिया। ऐसे में इस मामले में पति ने डीएम को भी प्रार्थना पत्र लिखा। नीरज ने बताया कि करीब पांच साल पहले दोनों की मुलाकात हुई थी। जिसके बाद दोनों ने कोर्ट मेरिज की थी। हालांकि पत्नी शादी से भी इंकार कर रही हैं।

ढाई साल पहले हुई थी लव मैरिज
नीरज ने पत्नी पर ये लेखपाल बनते ही उनसे संबंध तोड़ने का आरोप लगाया है। साथ ही वो किसी भी तरह का संपर्क नहीं रखना चाहती है। पती ने बताया कि 18 जनवरी से पत्नी उनके साथ नही रह रही है। 10 जुलाई को नियुक्ति पत्र मिला है। नियुक्ति झांसी नई तहसील में हुई है। फैमिली कोर्ट में कपल का मुकादमा चल रहा है। पति का ये भी कहना है कि पत्नी हियरिंग पर भी नहीं आती है।
इस मामले में नीरज ने कहा कि वो चाहते है कि पत्नी घर आ जाएं और वो दोनों आराम से रहे। बता दें कि नीरज के मुताबिक दोनों ने 6 फरवरी 2022 को कोर्ट मेरिज की थी। बता दें कि नवनियुक्त लेखपाल रिचा विश्वकर्मा ने इन आरोपो को झूठा बताया है।
चर्चा में रहा ज्योति मौर्या का केस
बता दें कि बीते साल एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जिसमें वाराणसी की ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने ये दावा किया था कि उसने पत्नी को पढ़ाया लिखाया। लेकिन जब पत्नी एसडीएम बन गई तो उसने पति को छोड़ दिया। साथ ही पति ने ये भी आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी का होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अवैध संबंध थे। तो वहीं पत्नी ने पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज किया था। बता दें कि ज्योति मौर्या वर्तमान मे बरेली की चीनी मिल में जनरल मैनेजर है।