कई बार हमने कई लोगों के ऐसे शौक सुने है जिसके लिए वो सालों से मेहनत कर रहे हैं। कई लोगों को सिक्के जमा करने का शौक होता है तो कई लोगों को पानी की बोतल के ढक्कन। लेकिन ओडिशा के इस शख्स को एक अनोखा शौक है, जिसे जानकर आप थोड़े हैरान रह जाएंगे।
ये शख्स है तुषार कांत दास जो ओडिशा के रहने वाले हैं और इन्हें पेन इकट्ठा करने का काफी शौक है। जब तुषार दसवीं कक्षा में थे ये तभी से पेन का कलेक्शन कर रहे हैं।
पेन ऑफ ओडिशा का मिला खिताब
तीन दशक बाद 47 साल के तुषार कांत दास के पास पेन की एक छोटी लाइब्रेरी है। उन्हें इसके लिए पेन ऑफ ओडिशा का खिताब भी दिलाया है। तुषार कांत दास की लाइब्रेरी में रेनॉल्ड्स से लेकर हाई एंड वाटरमैन तक हर ब्रांड के करीब चार हजार पेन हैं।
सोने की परत से लेकर हीरे वाले पेन
बता दें कि दास की लाइब्रेरी में रखे पेन कोई मामूली नहीं हैं। बल्कि उनमें सोने की परत वाले, हीरे लगे हुए पैन भी मौजूद हैं। इतना ही नहीं, जर्मनी, अमेरिका और अन्य देशों से आए हुए पेन भी शामिल हैं।
विभिन्न ब्रांड़ों के 4000 से अधिक पेन
तुषार कांत दास ने कहा कि वह अलग-अलग पेन से लिखते थे। इस वजह से वह पेन प्रेमी बन गए। उन्होनें कहा कि उनके पास क्रॉस, ओलिवर, वॉटरमैन जैसे विभिन्न ब्रांड़ों के 4000 से अधिक पेन हैं। यह पेन अमेरिका, जापान और जर्मनी जैसे कई देशों से मंगाए गए हैं, जिनकी शुरूआती कीमत 5 रूपये से लेकर 5000 रूपये से अधिक है। उनके पास कुछ ऐसे भी पेन है जो सोने की परत वाले हैं और काफी महंगे हैं।
अब यह लक्ष्य है तुषार का
तुषार कांत दास का कहना है कि जब भी कोई रिश्तेदार कहीं जाता है तो मैं पेन मंगा लेता हूं। पेनों को मैं अपने बच्चों की तरह रखता हूं। बता दें, दास का फाउंटेन पेन डे तक दस हजार पेन इकट्ठा करने का लक्ष्य हैं।