प्रदेश के परिवहन मंत्री चंदन राम दास का निधन हो गया है। उनके निधन से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास ने बागेश्वर के अस्पताल में अंतिम सांस ली।
परिवहन मंत्री चन्दन राम दास का निधन
प्रदेश के लिए दुखद खबर है। प्रदेश के परिवहन मंत्री चंदन राम दास का निधन हो गया है। उनके निधन से पार्टी के साथ ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। मिली जानकारी के मुताबिक परिवहन मंत्री बागेश्वर गए हुए थे। जहां अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई।
जिसके बाद उन्हें बागेश्वर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उनका निधन हो गया। बगेश्वर की जिलाधिकारी और परिवहन निगम के पीआरओ ने इस बात की पुष्टि की है।
लंबे समय से चल रहे थे बीमार
उत्तराखंड के परिवहन मंत्री लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पिछले साल भी वो गंभीर रूप से बीमार हो गए थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्टी करवाया गया था। इलाज के बाद वो स्वस्थ हो गए थे। परिवहन मंत्री कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे।
1980 में शुरू हुआ था राजनीतिक सफर
परिवहन मंत्री चंदन राम दास को कद्दावर जनप्रतिनिधि के साथ ही संगठन में बेहतर तालमेल के लिए जाना जाता था। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत 1980 से हुई। 1997 में वो नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पहले वो एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने।
पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्रेरणा पर बीजेपी की थी ज्वॉइन
1980 से राजनीति जीवन की शुरूआत करने के बाद उन्होंने 2006 में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्रेरणा पर भाजपा ज्वॉइन की थी। इसके बाद वो 2007, 2012 और 2017 में लगातार तीन बार विधायक चुने गए थे। तीसरी बार वह 15 हजार वोट के अंतर से जीते थे।
चौथी बार विधायक बनने के बाद उन्हें परिवहन मंत्री का पदभार दिया गया। जहां एक ओर चंदन राम दास मृदभाषी थे तो वहीं दूसरी ओर राजनीति में इनकी अच्छी पकड़ थी।