ओलिंपिक में पदक के 41 साल के लंबे इंतजार को खत्म करने के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम नेअपना पूरा जोर लगाया और कोच ग्राहम रीड और कप्तान मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में भारतीय हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल मैच में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हरा कर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। 1980 के बाद पहली बार भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक में सेमीफाइनल में खेलती हुई दिखाई देगी। तब मास्को ओलंपिक में भारत ने गोल्ड जीता था।
भारत की टीम ने शुरुआत से ही अच्छे खेल का प्रदर्शन किया। भारत के लिए पहला गोल सातवें मिनट में दिलप्रीत ने किया तो वहीं दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही गुरजंत ने गोल करके भारत को 2-0 के आगे पहुंचा दिया। तीसरे क्वार्टर के अंत में ग्रेट ब्रिटेन ने पैनल्टी कार्नर के जरिये एक गोल दागकर स्कोर 2-1 पर पहुंचा दिया। चौथे क्वार्टर में हार्दिक सिंह ने खुद के ही लगातार दो प्रयास में गोल दाग दिया और 3-1 से मैच जीता दिया। 41 साल बाद टोक्यो ओलंबिक में भारत ने पहली बार क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। टीम ने
शुक्रवार को अपने आखिरी ग्रुप मैच में मेजबान जापान को 5-3 से मात दी थी और पूल-ए में दूसरे स्थान पर रही थी। अब 41 साल के बाद पहली बार भारत सेमीफाइल खेलेगी। अब तक ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन के साथ भारत के आठ मैच हुए। इनमें दोनों ने चार चार बार एक दूसरे के खिलाफ जीत दर्ज की है।