रुद्रपुर : रुद्रपुर विधायक का इस बार पार्टी ने टिकट काट दिया। इससे पहले वो दो बार के विधायक रहे हैं. लेकिन इस बार टिकट कटने से वो हताश हैं और इसी के चलते उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। विधायक राजकुमार ठुकराल ने भाजपा को खुला चैलेंज किया और हिंदुत्व के मुद्दे पर निर्दलीय ही मैदान उतरने का ऐलान किया। विधायक ने कहा कि वो षडयंत्रकारियों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे।
राजकुमार ठुकराल ने कहा कि एक ऑडिया क्लिप वायरल होने के बाद मेरा टिकट काटा गया और शिव अरोड़ा को टिकट दिया गया। राजकुमार ठुकराल ने इसे साजिश बताया और कहा कि पार्टी की छवि को खराब करने वाले को टिकट दिया गया है लेकिन वो उनके मसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे और चुनाव जीतेंगे। ठुकराल ने कहा कि इसे वायरल करने वाले इसी बहाने टिकट पाने के मंसूबे पाले थे। इसे समझकर हाईकमान ने ठुकराल के साथ ही कुछ और नामों पर विचार भी किया। लेकिन टिकट शिव अरोरा को दे दिया गया।
राजकुमार ठुकराल और उनके समर्थकों में खासा रोष हैं। आज सुबह विधायक के रुद्रपुर आवास पर सैंकड़ों समर्थक एकत्र हुए और महा पंचायत हुई। लंबी वार्ता के बाद ठुकराल ने निर्दलीय ही चुनावी समर में कूदने का एलान कर दिया। ठुकराल ने कहा कि अगर उनके नाम पर आपत्ति थी तो अन्य दावेदारों में से किसी को टिकट दिया जाता तो भी वे शांत रहते लेकिन पार्टी ने ऐसा भी नहीं किया और टिकट के लिए पार्टी की छवि खराब करने वालों को ही टिकट दे दिया।
ठुकराल ने कहा कि उनके समर्थक इससे खासे आहत हैं। सभी ने तय किया है कि अब निर्दलीय ही चुनावी समर में कूदा जाए। इस चुनाव का नतीजा भी तय कर देगा कि ठुकराल ज्यादा हिंदुत्ववादी है या फिर छल-कपट करने भाजपा का टिकट हासिल करने वाले लोग। रुद्रपुर की जनता प्रपंचियों को इस चुनाव में करारा जवाब देगी और सच्चे हिंदुत्ववादी को फिर से विधानसभा भेजेगी।