उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सोमवार को बस के हाईटेंशन बिजली के तार के संपर्क में आने से बड़ा हादसा हो गया। बस में आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग झुलस गए। वहीं घटना की जानकारी होने पर सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई की है। ऊर्जा एवं विकास मंत्री एके शर्मा ने तीन अधिकारियों को सस्पेंड और एक की सेवा समाप्त कर दी है।
घटना की जानकारी सामने आने के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने एक्शन लेते हुए इंजीनियर मनीष, एसडीओ संतोष चौधऱी और जेई प्रदीप कुमार राय को सस्पेंड और लाइनमैन नरेंद्र की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए। उन्होनें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी से भी बात की। सभी अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। वहीं घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का भी ऐलान किया। इसके अलावा, एके शर्मा खुद भी पीड़ित परिवार के लोगों से मिलने गाजीपुर और मऊ भी पहुंचे।
बारातियों से भरी थी बस
बता दें कि मरहद थाना के 400 मीटर के पस हाई टेंशन तार के संपर्क में आने से बस में आग लग गई। इसमें कुल पांच लोगों की जान चली गई। वहीं, 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की चपेट में आने वाली बस बारातियों से भरी हुई थी। बस मऊ से एक वैवाहिक कार्यक्रम में जा रही थी। बस मऊ से एक वैवाहिक कार्यक्रम में जा रही थी। इसमें कुल 38 बाराती सवार थे।
सीएम योगी ने किया मुआवजे का ऐलान
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताते हुए एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, जनपद गाजीपुर में दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख एवं गंभीर रुप से घायलों के 50-50 हजार की आर्थिक सहायता एवं उनके फ्री उपचार के निर्देश दिए हैं। ईश्वर ने प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।