बुधवार रात उत्तराखंड में एक बार फिर से कुदरत का कहर देखने को मिला है। भारी बारिश के कारण प्रदेश में भारी तबाही देखने को मिली है। 2014 की आपदा जैसा ही मंजर टिहरी से लेकर केदारनाथ तक देखने को मिला है। घनसाली के जखन्याली में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।
घनसाली के जखन्याली में बादल फटने से तबाही
टिहरी के घनसाली के जखन्याली में बादल फटने से तबाही मच गई। भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से एक होटल बह गया। इस घटना में भानु प्रसाद(50), उनकी पत्नी नीलम देवी(45) और पुत्र विपिन(28) लापता हो गए थे। तीनों की तलाश के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया। भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी से मिला। जबकि उनका बेटा घायलावस्था मिला। जिसके इलाज के लिए एम्स ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।

सीएम धामी भी करेंगे आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा
घटना के बाद से ही क्षेत्रीय विधायक और जिलाधिकारी मौके पर मौजूद है। जिलाधिकारी मयूर दिक्षित ने लोगों को शिफ्ट करने के दिए निर्देश दिए हैं। आज सीएम पुष्कर सिंह धामी भी घनसाली आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करेंगे। आपदाग्रस्त क्षेत्रों का सीएम हवाई निरीक्षण करेंगे।

साल 2014 की तबाही का मंजर लोगों को आया याद
आपको बता दें कि साल 2014 में भी 31 जुलाई को भिलंगना ब्लॉक के जखन्याली गांव के नौताड़ तोक में बादल फटा था। उस समय भी बादल फटने से पांच लोग मलबे में दफन हो गए थे। 10 साल बाद फिर से उसी गांव नौताड़ तोक में तबाही का मंजर देखने को मिला है। यहां एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।