प्रदेश में नौ हजार से ज्यादा कर्मचारी हड़ताड़ पर हैं। राशन विक्रेता मुफ्त बांटे जाने वाले राशन का लाभांश और मानदेय न मिलने से नाराज हैं। जिसके चलते हड़ताल बुलाई गई है।
प्रदेश के हजारों राशन विक्रेता हड़ताल पर
आज से प्रदेश के 9500 राशन व्रिकेता हड़ताल पर रहेंगे। ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष रेवाधर बृजवासी का कहना है कि प्रदेश के राशन विक्रेता मुफ्त बांटे जाने वाले राशन का लाभांश और मानदेय न मिलने के कारण नाराज हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संगठन के कहने पर ये फैसला लिया गया है।
कई साल से मानदेय की कर रहे मांग
ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि बीते कई सालों से राशन विक्रेता मानदेय की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांगों को नहीं सुना जा रहा है। प्रदेश सरकार इसकी अनदेखी कर रही है।
उनका कहना है कि राशन विक्रेताओं को कोरोना काल के दौरान बांटे गए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का भी लंबित भुगतान भी अब तक नहीं हुआ है। जबकि एक्ट में व्यवस्था है राशन विक्रेताओं को नियमित रूप से इसका लाभांश मिलना चाहिए।
समय पर राशन ढुलान का भी नहीं मिलता भुगतान
राशन विक्रेताओं का कहना है कि उन्हें समय पर राशन ढुलान का भी भुगतान भी नहीं मिलता। खासकर पहाड़ में कई ऐसे राशन विक्रेता हैं जिन्हें इतना लाभांश नहीं मिलता जितना राशन के ढ़ुलान में खर्च हो जाता है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि हालांकि सरकार द्वारा प्रदेश में हड़ताल पर रोक लगाई गई है लेकिन फिर भी वो हड़ताल करेंगे।