यूक्रेन से स्वदेश आ रहे भारतीयों के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर नई व्यवस्था की गई है। आज से मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यूक्रेन से आने वालों के लिए विशेष कॉरिडोर बंद कर दिया गया। उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले भारतीयों को प्रोटोकॉल में कुछ राहत दी गई है।
मुंबई एयरपोर्ट ने कहा है कि यूक्रेन से आने वालों को अपना कोविड टीकाकरण प्रमाण पत्र या निगेटिव आरटी पीसीआर रिपोर्ट पेश करना होगी। यदि किसी यात्री के पास प्रमाण पत्र नहीं होगा तो उसे एयरपोर्ट पर कोरोना जांच कराना होगी। इसका खर्च एयरपोर्ट द्वारा उठाया जाएगा। इन यात्रियों को निगेटिव रिपोर्ट आने पर एयरपोर्ट छोड़ने की इजाजत होगी। यदि कोई यात्री पॉजिटिव पाया गया तो उसे सरकार के कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज व अन्य निर्देशों का पालन करना होगा।
दिल्ली एयरपोर्ट ने भी यूक्रेन संकट के कारण नई एडवायजरी जारी की है। उसके अनुसार कोरोना टीका नहीं लगवाने वाले और निगेटिव जांच रिपोर्ट नहीं होने पर भी भारतीयों को श्एयर सुविधाश् पोर्टल पर दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा दी जाएगी। मानवीय आधार पर उन्हें यह छूट दी मिलेगी। ऐसे यात्री एयरपोर्ट पर प्रवेश कर सकेंगे। दरअसल, यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वहां बड़ी संख्या में भारतीय छात्र व अन्य लोग फंस गए हैं। उन्हें विशेष विमानों से रोमानिया व हंगरी के रास्ते निकालकर लाया जा रहा है।
इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार को कहा कि केरल सरकार यूक्रेन से दिल्ली और मुंबई पहुंचने वाले छात्रों के लिए उड़ान टिकट का खर्च उठाएगी। विजयन ने कहा कि राज्य सरकार ने यूक्रेन से केरल के लोगों के देश में पहुंचने की जानकारी जुटाई जा रही है। हमने स्पष्ट किया है कि दिल्ली में मौजूद अधिकारी दिल्ली या मुंबई पहुंचने वाले केरल के छात्रों को सकुशल राज्य पहुंचाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
यूक्रेन में फंसे झारखंड के लोगों के लिए हर तरह की मदद और समर्थन का वादा करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य व्यक्तिगत खर्च पर युद्धग्रस्त देश से लौटने वालों के हवाई किराए का खर्च उठाएगा। झारखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे छात्रों और श्रमिकों के परिवारों को घर वापस लाने के प्रयास के तहत उनकी मदद करने के लिए एक कंट्रोल रूस भी स्थापित किया है।