इंडियन आइडल-12 के विजेता रहे पवनदीप राजन और फर्स्ट रनर अप अरुणिता कांजीलाल कानूनी पचड़े में फंसते नजर आ रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, अरुणिता और पवनदीप पर ऑक्टोपस एंटरटेनमेंट कंपनी के साथ म्यूजिक एल्बम को शूट न करने और उसका प्रमोशन करने से इनकार करने का आरोप लगा है. रिपोर्ट के मुताबिक, पवनदीप और अरुणिता को जो लीगल नोटिस मिला है।
उसमें लिखा गया है कि ऑक्टोपस एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन से संपर्क किया गया था, जिसमें उन्होंने सूचित किया कि सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने पवनदीप और अरुणिता की सर्विसेज देने के लिए उनके साथ एक समझौता किया था। हालांकि, इस नोटिस का सीधेतौर पर कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन उनका नाम जुड़ा होने के कारण इसकी देशभर में चर्चा हो रही है।
ऑक्टोपस कंपनी का कहना है कि उनके लोगों ने इंडियन आइडल 21 के विजेता को 20 रोमांटिक गानों के लिए साइन किया था। सोनी पिक्चर्स के साथ पवनदीप और अरुणिता को लेकर हुए ऑक्टोपस एंटरटेनमेंट के समझौते के अनुसार, सोनी ने दोनों कलाकारों की सर्विसेज देने के लिए अपनी सहमित जताई थी। यह कमिटमेंट इंडियन आइडल का विनर बनने से पहले दिया गया था।
कंपनी के लोगों ने एल्बम के लॉन्च की घोषणा की थी, लेकिन कलाकारों ने एक गाने की शूटिंग के बाद निर्माता के साथ सहयोग नहीं किया। रिपोर्ट के मुताबिक, पहले अरुणिता और फिर पवनदीप ने सोनी के कमिटमेंट के बावजूद शूटिंग में प्रोड्यूसर के साथ सहयोग करना बंद किया और फिर गाने की रिलीज और उसके प्रमोशन में अपना सहयोग नहीं दिया. जब सोनी को सूचित किया गया तब भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि कलाकारों का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि उनकी सोनी कंपनी केवल फिल्मों, वेब सीरीज के साथ-साथ धारावाहिकों के मामलों के लिए निर्माता सदस्यों के साथ काम करती है। सोनी का जवाब मिलने के बाद आईएमपीपीए ने उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि निर्माताओं और कलाकारों के साथ कोई अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्होंने जो कमिटमेंट किया था, उन्हें उस पर अमल करना चाहिए।