कोटद्वार: यूक्रेन में युद्ध से हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। जैसे-जैसे वहां युद्ध और तेजी पकड़ रहा है। वहां फंसे उत्तराखंड के छात्रों के परिजनों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं। उनकी चिंताएं बढ़ रही हैं। इस बीच वापसी का सिलसिला भी जारी है। कुछ लौट आए हैं, कुछ यूक्रेन में ही फंसे हैं, तो कुछ पड़ोसी देशों में पहुंचकर वापसी का इंतजार कर रहे हैं।
पौड़ी जिले के कोटद्वार के भी 8 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। बेस अस्पताल कोटद्वार में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत गिरीश रतूड़ी की बेटी स्वाति रतूड़ी और भीमसिंहपुर कलालघाटी निवासी अनिल बलूनी के बेटे शशांक बलूनी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। दोनों चौथे वर्ष के छात्र हैं।
वहीं, द्वारिका कालोनी शिब्बूनगर निवासी सोमदत्त नैथानी की पुत्री आंचल नैथानी भी एमबीबीएस के चौथे वर्ष की छात्रा हैं, वह भी रोमानिया पहुंच चुकी हैं। रतनपुर कुंभीचौड़ निवासी पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेश असवाल के पुत्र रजत असवाल यूक्रेन के इवानो में एमबीबीएस तीसरे वर्ष का छात्र हैं।
साथ ही सिमलचौड़ कोटद्वार निवासी जयकृत सिंह नेगी की पुत्री शिवानी नेगी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि ये सभी यूक्रेन से बस के जरिए रोमानिया पहुंच चुके हैं और जल्द वहां से एयरलिफ्ट किए जाने की उम्मीद है।