प्रदेश में इन दिनों उत्तराखंड प्रीमियर लीग चल रहे हैं. UPL के उद्घाटन समारोह में बॉलीवुड गायक बी प्राक ने रंग जमाया था. जिसके बाद मूल-निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने क्रिकेट एसोसिएशन पर उत्तराखंड के स्थानीय कलाकारों और गायकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है.
स्थानीय कलाकारों और गायकों की उपेक्षा करने के लगाए आरोप
मूल-निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति ने आरोप लगाए कि बाहर के कलाकारों को मंच देकर उन्हें लाखों रुपए दिए जा रहे हैं। अपने ही राज्य में स्थानीय कलाकारों का अपमान किया जा रहा है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों को क्रिकेट लीग के उद्घाटन समारोह में उत्तराखंड के लोक कलाकारों और गायकों को ना बुलाने पर उत्तराखंड की जनता से लिखित में माफ़ी मांगनी चाहिए।
क्रिकेट एसोसिएशन से मांगा जवाब
समिति ने क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के पदाधिकारियों से स्थानीय कलाकारों और गायकों की उपेक्षा किये जाने पर क्रिकेट एसोसिएशन से जवाब मांगा है। समिति ने क्रिकेट प्रतियोगिताओं में स्थानीय खिलाड़ियों को वरीयता देने की मांग की। इसके साथ ही क्रिकेट लीग के समापन पर स्थानीय लोक कलाकारों को सम्मानित करने की मांग की है। जिससे उत्तराखंड की संस्कृति से देश-दुनिया परिचित हो सके।
प्रदर्शन की दी चेतावनी
समिति ने कहा अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो उत्तराखंड के लोग स्टेडियम में प्रदर्शन के लिये मजबूर होंगे. समिति के सह संयोजक लुशुन टोडरिया ने कहा कि उत्तराखंड क्रिकेट लीग मैचों में शामिल टीमों में दूसरे प्रदेश के खिलाडियों की संख्या सीमित हो, जैसे इंडियन प्रीमियर लीग मैचों में शामिल टीमों में विदेशी खिलाड़ियों की सीमित संख्या होती है। इसी तरह बाहर के खिलाड़ियों की संख्या भी सीमित होनी चाहिए। समिति का कहना है कि UPL में पर्वतीय जनपदों की टीमों को शामिल नहीं किया गया है।