आज सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी के मामले पर सुन्वाई होगी। शीर्ष अदालत दो महिलाओं पर भीड़ द्वार किए गए हमले से संबंधित मामले की सुनवाई को स्थानांतरित करने के केंद्र सरकार के अनुरोध पर आज विचार करेगा।
बता दें कि मणिपुर की 4 मई की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में लोग काफी आक्रोशित हुए थे। इस मामले को लेकर संसद में भी मानसून सत्र में हंगामा जारी रहा। इस घटना की भाजपा ने भी कड़ी निंदा की है।
सुप्रीम कोर्ट ने खुद लिया संज्ञान
वहीं इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया था और इसे काफी संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन बताया था। इस मामले में याचिकाकर्ता की पहचान छिपाई गई है। इस घटना को लेकर जीरो एफआईआर कांगपोकपी जिले की सैकुल पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी. बाद में इसे थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन को स्थानान्तरित कर दिया गया। इस एफआईआर में जहां घटन हुई, उस गांव के ग्राम प्रधान ने हमलावरों की पहचान मैतई समूहों को लोगों के रूप में की है। इसमें कहा गया था कि तीन कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया, नग्न घुमाया गया, उन पर हमला किया गया। उनमें से एक के साथ गैंगरेप किया गया, उसके पिता और भाई के साथ मारपीट के बाद भीड़ ने हत्या कर दी। वहीं आरोपियो के पुलिस टीम की हिरासत से छुड़ा लिया गया है।