जोशीमठ के तपोवन क्षेत्र (ऋषिगंगा घाटी) में आई आपदा में भी सेना, आईटीबीपी, एसएसबी, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ के जवान संकटमोचक बनकर आए। तस्वीरें बहुत कुछ बयां कर रही है। आज पूरा देश इन जवानों को सलाम कर रहा है जिन्होंने तबाही के बीच कई जिंदगियों को बचाया। जवानों ने जिनको बाहर निकाला वो जवानों से लिपटकर रोए औऱ शुक्रिया अदा किया भगवान का… उस भगवान का जिसने उन्हें मलबे से बाहर निकाला और नई जिंदगी दी। जवानों के जज्बे को हम सलाम करते हैं जिन्होंने खुद की जान दांव पर लगाकर दिन रात एक कर मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला और सुरक्षित घर पहुंचाया। एक ऐसी वीडियो बीते दिनों वायरल हुई थी जिसमे आईटीबीपी के जवान एक मजदूर को मलबे से बाहर निकाल रहे हैं. जैसे ही मजदूर बाहर निकलता है…वो खुशी से नाच उठता है। वो जवानों से लिपटकर रोता है और फिर अपनी जिंदगी बचने की खुशी मनाता है।
बता दें कि रविवार को मची तबाही में करीब डेढ़ किमी लंबी तपोवन सुरंग में जिंदगी और मौत से जूझ रही सांसों की तलाश की जा रही है। जिंदगी को बचाने का बीड़ा उठाया है सेना, वायुसेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ व एसडीआएफ के जवानों ने। दिन क उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक जिंदगियों को खोजने औऱ बचाने का काम जारी रखा गया औऱ कई मजदूरों को बचाया गया। मलबा हटाकर टनल के भीतर एक-एक कदम आगे बढ़ना भी किसी मुसीबत से कम नहीं। कब और कहां पांव धंस जाए पता नहीं। फिर भी इन जांबाजों का हौसला कम नहीं हुआ है। अभी भी रेस्क्यू जारी है।टनल में जाने का रास्ता ढूंढा जा रहा है। आशंका है कि टनल में 35 से 40 मजदूर फंसे होंगे जिन्हें बचाने की कवायद जारी है।