‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म ताबड़तोड़ कमाई कर रही है। कश्मीरी पंडितों के साथ 1990 को हुए अत्याचारों को इस फिल्म में दिखाया गया है। जिनके साथ ये बीती है वो इस फिल्म को देखकर भावुक हो उठे। ये फिल्म अब तक ताबड़तोड़ कमाई कर रही है।अधिकतर लोग इसका सपोर्ट कर रहे हैं लेकिन कई इस फिल्म के खिलाफ हैं उनका कहना है कि इसमे झूठ दिखाया गया है।
इसके साथ ही अब भारत सरकार ने फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी है। विवेक को यह सुरक्षा पूरे भारत में सीआरपीएफ देगी। डायरेक्टर को यह सुरक्षा धमकी भरे कॉल और मैसेज के चलते मिली है। उन्होंने अपनी जान को खतरा भी बताया था, इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर दी थी। सरकार ने विवेक के पहले कंगना रनोट को भी ‘Y’ कैटेगरी की सुरक्षा दी थी।
क्यों मिली विवेक को सुरक्षा
विवेक अग्निहोत्री ने दावा किया था कि उन्हें इस फिल्म के लिए जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। फिल्म के रिलीज होने से पहले विवेक अग्निहोत्री ने अपना ट्विटर अकाउंट भी डी-एक्टिवेट कर दिया था। उन्होंने कहा था कि मेरा इनबॉक्स धमकियों और अश्लील मेसेज से भरा हुआ है। मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकियां भी मिल रही हैं। इसी कारण उन्हें यह सुरक्षा दी गई है।Y कैटेगरी सुरक्षा क्या होती है और कैसे मिलती है?
यह सुरक्षा भारत सरकार देती है। इसमें CRPF की 11 सुरक्षाकर्मी की टीम शामिल होती है। जिसमें दो PSO (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) भी होते हैं। यह सिक्योरिटी देश के सम्मानित लोगों और पॉलिटिशंस जिन्हें जान का खतरा हो तो उन्हें दी जाती है। ये सुरक्षा मंत्रियों को मिलने वाली सुरक्षा से बिल्कुल अलग होती है। इसके लिए पहले सरकार को एक एप्लीकेशन देनी होती है, जिसके बाद सरकार अपनी खुफिया एजेंसियों के जरिए होने वाले खतरे का अंदाजा लगाती हैं। खतरे की बात कंफर्म होने पर ही सुरक्षा दी जाती है। भारत सरकार के होम सेक्रटरी, डायरेक्टर जनरल और चीफ सेक्रटरी की कमेटी यह तय करती है कि संबंधित लोगों को किस कैटेगरी में सुरक्षा दी जानी चाहिए।