रामनगर में स्थित कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में शिकारियों के फंदे में फंसी बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया था। अब खबर सामने आ रही है कि घायल बाघिन ने अपने तीनो शावकों को निवाला बना दिया है। फिलहाल वन विभाग द्वारा बाघिन के व्यवहार की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
बाघिन ने बनाया अपने तीनों शावकों को निवाला
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की कालागढ़ रेंज में घायल बाघिन को ढेला रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था। पेट में तार फंसने से बाघिन घायल हो गई थी। अभी भी तार बाघिन के पेट में ही धंसा हुआ है। बाघिन ने कुछ दिन पहले तीन शावकों को जन्म दिया था। बाघिन ने 17 जुलाई को अपने दो शावकों को निवाला बनाया था।
वन विभाग द्वारा रखी जा रही थी दोनों पर नजर
घटना के बाद रेस्क्यू सेंटर में बाघिन और उसके तीसरे शावक की निगरानी की जा रही थी। सघन निगरानी के लिए बाड़े में विभिन्न जगहों पर सीसीटीवी लगाए गए थे। विभाग की टीम के वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बाघिन को विशेष आहार तैयार कर दिया गया था। बाड़े में साफ-सफाई कर बाघिन को दोबारा आईसोलेट किया गया।
जानकारी के मुताबिक कॉर्बेट निदेशक डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि दो दिन पहले ही बाघिन अपने तीसरे शावक को दूध पिला रही थी। शावक और बाघिन की सीसीटीवी से वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी और उनकी टीम लगातार निगरानी कर रही थी। 22 जुलाई को शावक को सीसीटीवी में नहीं दिखाई देने पर बाड़े में खोजा गया लेकिन शावक और उसका शव वहां नहीं मिला।
बाघिन के व्यव्हार की मॉनिटरिंग जारी
कॉर्बेट निदेशक ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि बाघिन ने जिस तरह पहले अपने दो शावकों को निवाला बनाया था। उसी तरह अपने तीसरे शावक को भी निवाला बना दिया है। पांडे ने बताया कि वर्तमान में बाघिन सामान्य आहार ले रही है और पूरी तरह से स्वस्थ दिखाई दे रही है। टीम द्वारा लगातार बाघिन के व्यव्हार की निगरानी की जा रही है।