चमोली : बीते महीनों चमोली में आपदा से कोहराम मचा। उस मंजर को कोई भूल नहीं सकता। चमोली में रैणी गांव में आई आपदा ने कई जिंदगियां लील ली। वहीं एक बार फिर से चमोली के एक गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जी हां बता दें कि सोमवार देर शाम को थराली तहसील के कुलसारी ग्राम पंचायत के बूढाडांग गांव में उस वक्त अफरा तफरी का माहौल बन गया, जब गांव के सामने बड़ा पहाड़ टूटने से पिण्डर नदी का बहाव बंद हो कर झील बन गई और नदी का बहाव गांव की तरफ़ आने लगा। ग्रामीणों में इससे दहशत फैल गई है। गांव वालों ने इसकी जानकारी प्रशासन को दी।
ग्रामीणों ने बताया कि नदी का बहाव गांव की तरफ़ आने के कारण उनकी कृषि भूमि पर खड़ी फसल भी नष्ट हो गई है। गनीमत रही कि बारिश ज्यादा तेज नहीं थी।जिस कारण पिण्डर नदी में पानी कम ही था।
उपजिलाधिकारी सुधीर कुमार ने बताया कि रात को 10 बजे को सूचना मिलने पर वे तहसीलदार रवि शाह और अन्य राजस्व कर्मियों को साथ लेकर बूढाडांग गांव में गये। जहां उन्होंने गांव के पास नदी और टूटते हुए पहाड़ का निरीक्षण किया।और तत्काल एनडीआरएफ को भी अलर्ट मोड पर रहने को कहा।और नदी के किनारे रहने वाले लोगों को ऊपरी घरों में रहने को कहा।
दरअसल बूढाडांग गांव के सामने वाले पहाड़ से थराली पैनगढ मोटर मार्ग का निर्माण किया जा रहा है और पहाड़ी पर सड़क मार्ग के कटान के कारण चट्टान पर भूस्खलन बना हुआ है। जिसके कारण आए दिन यहां के लोगों दहशत में डाल देता है। तो वहीं इस चट्टान के टूटने से पैनगढ गांव के लोगों का संपूर्ण संपर्क मार्ग भी ध्वस्त हो गया है।
बूढाडांग के लोगों ने कहा कि पिछले बहुत सालों से गांव के नीचे पिण्डर नदी के किनारे सुरक्षा दीवालों को बनाए जाने की मांग वे शासन प्रशासन से करते रहे हैं लेकिन हर बरसात में उन लोगों को नदी के जल स्तर बढ़ने से भयभीत होकर रहना पड़ता है।