अहमदाबाद में साल 2022 से जर्जर हाटकेश्वर ब्रिज बंद पड़ा हुआ है। ब्रिज को तोड़ने के लिए अभी तक 4 बार टेंडर निकाला गया है। लेकिन इस टेंडर की कहानी काफी दिलचस्प है क्योंकि इस जर्जर ब्रिज को तोड़ने के लिए जारी किए गए पहले दो बार के टेंडर में किसी ने भी इंटरेस्ट नहीं दिखाया था।
वहीं जब तीसरी बार टेंडर निकाला गया तो महाराष्ट्र के एक कांट्रेक्टर ने टेंडर तो भरा लेकिन अंत में वह भी खिसक गया तो मजबूरी में इस ब्रिज को गिराने के लिए चौथी बार नगर निगम ने टेंडर निकाला और आखिरकार राजस्थान के कांट्रेक्टर विष्णुप्रसाद पुंगलिया ने 52 करोड़ रुपये का वर्क ऑर्डर भरकर इस ब्रिज को तोड़ने के लिए इंटरेस्ट दिखाया हुआ है। जिसके बाद आखिरकार अब हाटकेश्वर ब्रिज तोड़े जाने की उम्मीद बनी है।
साल 2017 में इन कंपनी ने बनाया था ब्रिज
बता दें कि इस ब्रिज का निर्माण साल 2017 में अजय इन्फ्रा नाम की कंपनी द्वारा 42 करोड़ की लागत के किया गया था। तब अजय इन्फ्रा का दावा था कि इस ब्रिज की आयु 100 साल की होगी। लेकिन ब्रिज निर्माण के मात्र 5 साल में ही इस ब्रिज की मजबूती पर सवाल उठने शुरु होने के बाद इस ब्रिज का स्टेबिलिटी टेस्ट करवाया गया था।
हल्की गुणवत्ता के मटेरियल का इस्तेमाल
अलग-अलग एजेंसी द्वारा दिए गए रिपोर्ट के मुताबिक इस ब्रिज के निर्माण में हल्की गुणवत्ता के मटेरियल का इस्तेमाल होने की स्पष्टता के बाद ब्रिद को आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद करने का फैसला लिया गया था। हाटेश्वर ब्रिज बनाने वाली कंपनी के ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था।
52 करोड़ रुपये आएगा ब्रिज तोड़ने का खर्च
वहीं जानकारी के अनुसार साल 2017 में 42 करोड़ की लागत से बने हाटकेश्वर ब्रिज को तोड़ने का खर्च 52 करोड़ रुपये होने का अंदाज है। नियमों के मुताबिक यह खर्च साल 2017 में ब्रिज का निर्माण करने वाली कंपनी अजय इन्फ्रा से वसूला जाएगा।
अगले दो हफ्ते में होगा काम शुरु
बताया जा रहा है कि अगले दो हफ्ते मे सारे नियमों के मुताबिक ब्रिज तोड़ने के लिए वर्क ऑर्डर जारी किया जाएगा। इस ब्रिज को तोड़ने के लिए 18 महीने का समय लगेगा। जिसके लिए होने वाला खर्च इस ब्रिज को बनाने वाली कंपनी अजय इन्फ्रा से वसूला जाएगा।