जब भी ग्रहण की स्थिति बनती है तो इसे शुभ नहीं माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र ग्रहण को एक अशुभ घटना के तौर पर देखा जाता है. ‘ग्रहण योग’ को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ योग माना गया है. इस योग का निर्माण तब होता है जब राहु और केतु जब चंद्रमा या सूर्य के साथ युति बनाते हैं. जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में ‘ग्रहण योग’ बनता है, उसका जीवन परेशानियों से भरा रहता है. व्यक्ति को तनाव और भ्रम की स्थिति बनी रहती है जिस कारण व्यक्ति को जॉब, बिजनेस और करियर में बाधाओं का सामना करना पड़ता है.
19 नवंबर 2021 को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह उपछाया चंद्र ग्रहण होगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को लगेगा. चंद्र ग्रहण का धार्मिक दृष्टि से खास महत्व है. इस ग्रहण को भारत समेत अमेरिका, उत्तरी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और पूर्वी एशिया के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा.
चंद्रग्रहण सुबह 11 बजकर 34 मिनट में लगेगा और शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा.
ये बरते सावधानियां
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं घर पर ही रहें.
ग्रहण के दौरान चांद को ना देंखे. इससे बच्चे पर बुरा असर पड़ता है.
इस दौरान नोकदार चीजें जैसे चाकू, कैंची, सूई आदि का उपयोग न करें.
इस दौरान मुंह में तुलसी रखकर हनुमान चालीसा का पाठ करें.
ग्रहण समाप्त होने पर शुद्ध जल से स्नान करें.
माना जाता है कि ग्रहण के दौरान चांद का गुरुत्वाकर्षण बहुत अधिक रहता है, ऐसे में गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए.