हरिद्वार में बहादराबाद के शांतरशाह स्थित पतंजलि योगपीठ की शाखा वैदिक कन्या गुरुकुल की 24 साल की साध्वी ने पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में सस्पेंस बरकरार है। बता दें कि पुलिस को मौके से साध्वी देवांग्या का सात पन्नों का सुसाइड नोट बरामद हुआ है लेकिन इस सुसाइड नोट में किसी को भी इसका जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है जिससे पुलिस भी असमंजस में है कि आखिर फिर क्यों साध्वी ने मौत को गले लगाया।
लेकिन बता दें कि सुसाइड नोट में साध्वी ने खुद को सांसारिक जीवन के लायक खुद को नहीं बताया है। मध्य प्रदेश की तहसील हलौरा के मंदसौर जिले की मूल निवासी देवांग्या 2018 से पतंजलि में रह रही थीं। वह योग की पढ़ाई करने के साथ अध्यापन का कार्य भी कर रही थीं।
गत रिववार को वैदिक कन्या गुरुकुल के हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने उनको खून से लथपथ पड़े देखा तो इसकी सूचना कर्मचारियों को दी। कर्मचारी साध्वी को लेकर भूमानंद अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने मृतक साध्वी के परिजनों को घटना की सूचना देने के साथ शव का पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया है। साध्वी के आत्महत्या करने के कारणों की पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है।
लेकिन पुलिस के समझ से परे है कि आखिर साध्वी ने आत्महत्या क्यों की, क्योंकि सुसाइन नोट में साध्वी ने किसी का नाम नहीं लिखा है और ना ही अपनी आत्महत्या के पीछे किसी को जिम्मेदार ठहराया है।