देहरादून। उत्तराखंड की एसटीएफ टीम को एक बार फिर से दूसरे राज्य से आरोपियों को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है। बता दें कि एसटीएफ ने हरिद्वार में विवादित 56 बीघा भूमि के मामले में रंगदारी मांगने के आरोपी प्रॉपर्टी डीलर यशपाल तोमर और साथ ही जान से मारने की धमकी देने के मामले में फरार उसी के साले गजेंद्र को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है।
लेकिन इस मामले में हैरान कर देने वाली बात ये है कि दावा किया जा रहा है कि गिरफ्तारी के दौरान वहां आरोपियों के साथ उत्तराखंड से पूर्व मुख्य सचिव भी मौजूद थे। गुरुग्राम से एसटीएफ की टीम आरोपियों को लेकर ज्वालापुर कोतवाली लेकर पहुंची है। मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पिछले दिल्ली के प्रॉपर्टी डीलर भारत चावला ने अपने बड़े भाई गिरधारी लाल चावला, भतीजे सचिन चावला, यशपाल तोमर और आर्यन के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में केस दर्ज कराया था।
शिकायत करते हुए बताया था कि पीड़ित पक्ष रानीपुर झाल के पास 20 बीघा भूमि है। आरोप है कि उक्त जमीन का बैनामा सगे बड़े भाई के नाम कर देने का दबाव प्रॉपर्टी डीलर यशपाल तोमर बना रहा था और ऐसा ना करने पर पीड़ित पक्ष को अच्छे अंजाम ना भुगतने की धमकी दे रहा था।मामले की शिकायत डीजीपी से की गई। डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर पूरे मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी।
उधर, कांग्रेस नेता रहे पारस कुमार जैन के पुत्र तोष जैन ने भी यशपाल तोमर के खिलाफ घर में घुसकर हत्या की धमकी देने पर मुकदमा कनखल थाने में दर्ज कराया था। इस मामले में एसटीएफ की टीम दरोगा नरोत्तम बिष्ट के नेतृत्व में शनिवार देर रात हरियाणा पहुंची। गुरुग्राम के एक रेस्टोरेंट में आरोपियों के होने की सूचना थी जिस पर एसटीएफ टीम ने वहां छापेमारी की। जैसे टीम वहां पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया।
दावा किया जा रा है कि जब एसटीएप वहां आरोपियों को गिरफ्तार करने पहुंची तो वहां उत्तराखंड के चर्चित पूर्व मुख्य सचिव भी मौजूद थे जो की टीम को देख वहां से निकल पड़े। पुलिस ने यशपाल तोमर और उसके साले गजेंद्र को गिरफ्तार किया और हरिद्वार लेकर आई जहां उनसे पूछताछ जारी है।। दोनों ने पूछताछ में कई बड़े अफसरों से संबंध होने की बात कही है।